शारदीय नवरात्र के समापन अवसर पर भंडारे का प्रसाद लेने जुटे भक्‍त, मां दुर्गा के जयकारे लगाए

शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन सारी रात दुर्गा पूजा पंडालों में भक्‍तों की आवाजाही लगी रही। जगह-जगह भंडारे का आयोजन हुआ। देर रात तक भक्‍तों ने प्रसाद ग्रहण किया। पूजा पंडालों में देवी जागरण का भी आयोजन हुआ। कलाकारों ने सारी रात भक्ति गीतों की प्र‍स्‍तुति की।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 12:08 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 12:09 PM (IST)
शारदीय नवरात्र के समापन अवसर पर भंडारे का प्रसाद लेने जुटे भक्‍त, मां दुर्गा के जयकारे लगाए
दुर्गा पूजा पंडालों में आयोजित भंडारे में भक्‍तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शारदीय नवरात्र के अ‍ंतिम दिन दुर्गा पूजा पंडालों में भंडारे की धूम रही। कहीं पूड़ी, सब्जी, कहीं खीर और कहीं बुदिया का वितरण होता रहा। इस दौरान भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की भीड़ जुटी रही। इसमें महिलाओं की संख्‍या भी काफी अधिक रही। भंडारा देर रात तक चला। भक्तों ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की और जयकारे लगाए। इस दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया था।

शहर के अधिकांश पंडालों में भंडारे का आयोजन

करेली के करैलाबाग में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदलाल निषाद नंदा की ओर से दुर्गा पूजा पंडाल में भंडारे का आयोजन किया गया था। इसमें राहुल निषाद, शिव शंकर केसरवानी, भरत कुमार, दीपक, त्रिभुवन आदि रहे। साउथ मलाका में आयोजित भंडारे में अनूप मजूमदार, मिंका चटर्जी, टिंका, अभिषेक बनर्जी आदि मौजूद रहे। बाई का बाग में पूर्व पार्षद शैलेंद्र द्विवेदी समेत दुर्गा पूजा कमेटी के पदाधिकािरियों ने अहम भूमिका निभाई। राजरूपपुर में पार्षद अखिलेश सिंह आदि ने भंडारे का कार्यक्रम संपन्न कराया।

देवी जागरण में कलाकारों ने बहाई भक्ति की गंगा

दुर्गा पूजा पंडाल में देवी जागरण भी हुए। कलाकारों ने एक से बढ़कर गीत प्रस्तुत किए। 'चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है।' कलाकारों ने 'शेर पर सवार होकर आईं मां।' 'जय अंबे जय जगदंबे मां' आदि देवी गीत और भजन प्रस्तुत किए। 'मां मेरी मां से मिला दे मुझे' समेत अन्‍य देवी गीतों के बीच मां दुर्गा के जयकारे लगते रहे। पूरी रात लोग मां दुर्गा पूजा पंडाल में डटे रहे।

बालिकाओं ने किया नृत्य

मां दुर्गा पूजा पंडाल में आयोजित देवी जागरण के दौरान बालिकाओं ने नृत्य किया। देवी गीतों के बीच बालिकाओं ने नृत्य शुरू किया तो भक्त तालियां बजाते रहे और मां के जयकारे लगाते रहे। बाद में बालिकाओं को कमेटी के पदाधिकारियों ने पुरस्कृत भी किया।

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