गोली मारने से पहले प्रधानाचार्य और महिला पर हुआ था हमला

पुलिस का दावा है कि लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली राखी यादव शादी का दबाव बना रही थी। इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद प्रमोद ने पहले राखी और फिर खुद को गोली मार ली थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 08:58 PM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 10:51 AM (IST)
गोली मारने से पहले प्रधानाचार्य और महिला पर हुआ था हमला
गोली मारने से पहले प्रधानाचार्य और महिला पर हुआ था हमला

प्रयागराज, जेएनएन। राखी की हत्या कर प्रधानाचार्य प्रमोद चौधरी के आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पोस्टमार्टम से पता चला है कि दोनों के सिर पर गहरे घाव के निशान मिले हैं, जो जमीन पर गिरने से नहीं हो सकते। ऐसे में दोनों की हत्या किए जाने की आशंका को बल मिल रहा है। राखी के भाई तूफान सिंह ने भी कत्ल का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। 

राखी और प्रमोद की गोली लगने से हुई थी मौत
धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में रहने वाले प्रमोद कुमार चायल स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य थे। वह मूलरूप से कौशांबी जिले के सरायअकिल थाना क्षेत्र स्थित कनैली गांव के रहने वाले थे। शुक्रवार सुबह राखी और प्रमोद को संदिग्ध दशा में गोली लगी थी, इससे दोनों की मौत हो गई थी। पुलिस का दावा है कि लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली राखी यादव शादी का दबाव बना रही थी। इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद प्रमोद ने पहले राखी और फिर खुद को गोली मार ली थी।


पीएम रिपोर्ट में राखी के सिर में दो जगह चोट के निशान
पोस्टमार्टम से पता चला कि राखी के सिर पर दो जगह चोट के निशान मिले हैं। जिस स्थान पर चोट लगी थी, उसी के बगल में गोली मारी गई थी। 315 बोर की गोली डॉक्टरों को मिली है। इसी तरह प्रधानाचार्य के भी माथे पर गहरे जख्म मिले। सीने पर लगी गोली आरपार हो गई थी। दोनों के ही सिर पर किसी वजनदार वस्तु से हमला किया गया और फिर गोली लगी।

हत्या की जताई जा रही आशंका
ऐसी परिस्थिति में हमले के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है। कहा यह भी जा रहा है कि इस घटना को कोई व्यक्ति अकेले अंजाम नहीं दे सकता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार इस घटना के पीछे कौन है और उसने ऐसा क्यों किया। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानाचार्य के बेटे ने झगड़े की बात बताई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी हमारे पास नहीं आई है। अगर तहरीर मिलती है तो उसके आधार पर भी जांच कराई जाएगी। 

सटाकर मारी गई गोली, नहीं मिले निशान
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि दोनों को सटाकर गोली मारी गई थी। गोली चलाने के दौरान हाथ में ब्लैकनिंग आती है, लेकिन प्रमोद के हाथ पर ऐसा कुछ भी नहीं मिला। इस स्थिति में भी दोनों की हत्या किए जाने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। हालांकि पुलिस का तर्क है कि महिला और प्रधानाचार्य में मारपीट के बाद भी घटना हो सकती है। परिजनों से पूछताछ पर कुछ और सुराग मिल सकते हैं। 

राखी यादव नहीं पटेल थी
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने बताया कि राखी यादव नहीं पटेल थी। वह कौशांबी जिले के सिराथू थाना क्षेत्र स्थित बनटुकरा गांव की रहने वाली थी। उसके पिता रमेश बाबू की मौत हो चुकी है। प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में पहले नर्स थी। वह पांच बहन और दो भाइयों में पांचवें नंबर पर थी। शुक्रवार को घटना के बाद पुलिस को महिला का पूरा नाम राखी यादव पता चला था। 

रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद राखी के परिजन गम और गुस्से में थे। भाई हत्या का आरोप लगाते हुए नाराजगी जता रहे थे। वहीं, प्रमोद के बच्चे भी बिलखते रहे। पोस्टमार्टम होने के बाद दोनों शव को रसूलाबाद घाट ले जाया गया और फिर अंतिम संस्कार हुआ। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी