International Yoga Day से पहले छात्र-छात्राओं को महानिदेशक स्कूल शिक्षा का मंत्र, योग करें और घर पर रहें
पिछले करीब सवा साल से कोरोना महामारी के दौर में योग के आसनों की उपयोगिता और बढ़ गई है। इसके प्रयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने असाध्य बीमारियों को ठीक करने के साथ ही मानसिक स्थिति को भी मजबूत बनाया जा सकता है।
प्रयागराज, जेएनएन। 21 जून को पूरा देश सातवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएगा। पिछले करीब सवा साल से कोरोना महामारी के दौर में योग के आसनों की उपयोगिता और बढ़ गई है। इसके प्रयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, असाध्य बीमारियों को ठीक करने के साथ ही मानसिक स्थिति को भी मजबूत बनाया जा सकता है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से शिक्षा निदेशक बेसिक को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि योग बीमारियों को ठीक करने तक सीमित नहीं है। वास्तव में यह भारतीय संस्कृति के उत्सव का अवसर है। इस बार कोविड को देखते हुए योग के साथ रहें, घर पर रहें का स्लोगन दिया गया है। इसमें अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने का भी लक्ष्य शामिल हैं। सभी से अपेक्षा की गई है कि लोग घर में रहते हुए योग को करें। इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। यह अभियान सिर्फ विद्यार्थियों तक सीमित न रखकर अभिभावकों व अन्य लोगों तक पहुंचे इसकी कार्ययोजना बनानी है।
सद्भाव और शक्ति प्राप्त करने का जरिया योग
महानिदेशक की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि योग के जरिए सद्भाव और शक्ति दोनों हासिल की जा सकती है। इसके प्रति समुदाय को जागरूक किया जाना चाहिए। आयुष मंत्रालय ने कामन योग प्रोटोकाल पुस्तिका भी बनाई है। जो आयुषमंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसकी भी जानकारी सभी को दी जाए।
डिजिटल मीडिया से होगा प्रचार प्रसार
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जागरूकता लाने के लिए भी कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसमें इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का सहारा लिया जाएगा। अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान का सहभागी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी स्कूलों में विद्यार्थियों व उनके माता पिता को भी इस योग दिवस की जानकारी देनी है। उनके दैनिक जीवन में भी योग शामिल हो ऐसे प्रयास करने हैं, जिससे विद्यार्थी शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनें।