प्रतापगढ़ में 3.45 करोड़ रुपये से बीसी सखी शुरू करेंगी कारोबार, घर पर मिलेगी बैंकिंग सुविधा

जिन महिलाओं की ट्रेनिंग हो चुकी है अब उनके समूह के खाते में 75 हजार रुपये का बजट भेजा जा रहा है। इससे 50 हजार रुपये में लैपटॉप सहित अन्य खरीद सकेंगी जबकि 25 हजार रुपये संबंधित बैंक में सिक्योरिटी के तौश्र पर जमा रहेगा।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 01:42 PM (IST)
प्रतापगढ़ में 3.45 करोड़ रुपये से बीसी सखी शुरू करेंगी कारोबार, घर पर मिलेगी बैंकिंग सुविधा
जिला मिशन प्रबंधक रतन कुमार मिश्रा ने बताया कि 46 समूह के खाते में करोड़ों रुपये भेजा जा चुका है।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर जहां समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बनी हैं, वहीं अब ग्राम पंचायतों में तैनात की गई बीसी सखी (बैंक कॉरेस्पॉडेंट) लोगों के घर में बैंकिंग सेवाएं और पैसे का लेनदेन करेंगी। इसके लिए  3.45 करोड़ रुपये स्वयं सहायता समूह के खाते में आ गया है। जबकि अभी दूसरे फेज में 300 समूहों के खाते में और पैसा आने वाला है।

प्रत्‍येक समूह को मिलेंगे 75 हजार रुपये

प्रत्योक समूह को 75 हजार रुपये मिलेंगे। इसमें 50 हजार रुपये तक लैपटॉप, स्कैनर, पीओएस मशीन,  कार्ड रीडर, फिंगर प्रिंट आदि खरीदेंगी। जबकि 25 हजार रुपये बैंक में ओवर ड्राफ्ट यानि सिक्योरिटी के तौर पर जमा होगा।

बीसी सखियों को दी जा चुकी है ट्रेनिंग

जिले भर में 17 ब्लाक हैं। इसके अंतर्गत सदर, मानधाता, मंगरौरा, बाबा बेलखरनाथ धाम, पट्टी, आसपुर देवसरा, गौरा, बिहार, संडवा चंद्रिका, कुंडा, कालाकांकर, लालगंज सहित अन्य ब्लाक शामिल हैं। इसके अंतर्गत 1193 ग्राम पंचायतें हैं। इसमें एक हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की तैनाती हो चुकी है। सदर, मानधाता, बाबा बेलखरनाथ धाम सहित कुछ अन्य ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में तैनात बीसी सखी की ट्रेनिंग हो चुकी है। जिन महिलाओं की ट्रेनिंग हो चुकी है, अब उनके समूह के खाते में 75 हजार रुपये का बजट भेजा जा रहा है। इससे 50 हजार रुपये में लैपटॉप सहित अन्य खरीद सकेंगी, जबकि 25 हजार रुपये संबंधित बैंक में सिक्योरिटी के तौश्र पर जमा रहेगा। जिला मिशन प्रबंधक रतन कुमार मिश्रा ने बताया कि 46 समूह के खाते में करोड़ों  रुपये भेजा जा चुका है। इस पैसे से बीसी सखी लैपटॉप समेत सामान खरीद सकेंगी।

309 समूहों में जल्द पहुंचेगा पैसा

सामग्री खरीदने के लिए जहां पहले फेज में 46 समूह के खाते में करीब पौने चार करोड़ रुपये भेजा जा चुका है, वहीं दूसरे फेज में 309 समूह के खाते में भी जल्द ही 23 करोड़ रुपये से अधिक भेजने की तैयारी चल रही है। इस तरह से करीब एक माह में सभी बीसी सखी कामकाज करना शुरू कर देंगी।

चार हजार रुपये मिलेगा मानदेय

सभी बीसी सखी को करीब चार माह तक चार-चार हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। चार माह बाद जमा-निकासी करने के एवज में कमीशन दिया जाएगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में ग्राम पंचायतों के विकास में मिलने वाली धनराशि का मिला पैसा बीसी सखी की निगरानी में ही भुगतान किया जाएगा। इससे बीसी सखी को अच्छा खासा कमीशन मिलेगा।

chat bot
आपका साथी