यूपी के विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में मोबाइल बैन, प्रयोग करते मिले तो किया जाएगा जब्त
राज्य विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में पठन-पाठन व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। इसके पीछे एक कारण मोबाइल को भी माना गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। राज्य विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं मोबाइल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। कक्षा या परिसर में मोबाइल में बात करते अथवा वाट्सएप चलाते मिलने पर उसे जब्त कर लिया जाएगा। जब्त मोबाइल अभिभावकों को बुलाकर चेतावनी के साथ लौटाया जाएगा। वैसे मोबाइल रखने में कोई रोक नहीं है, लेकिन उसका प्रयोग परिसर के बाहर होगा। छुट्टी होने पर ही परिसर के अंदर मोबाइल का प्रयोग किया जा सकता है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने यह निर्देश पठन-पाठन को दुरुस्त करने के लिए दिया है।
राज्य विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में पठन-पाठन व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। इसके पीछे एक कारण मोबाइल को भी माना गया है। कक्षा में छात्र-छात्राएं पढ़ने के बजाय मोबाइल में बात करने, फेसबुक चलाने व वाट्सएप पर चैटिंग करने में व्यस्त रहते हैं। कुछ पढ़ाई के समय कक्षा के बाहर इधर-उधर बैठकर मोबाइल का प्रयोग करते हैं। इससे पढ़ाई पर विपरीत प्रभाव पढ़ता है। यही नहीं कई शिक्षक भी कक्षा में पढ़ाने के बजाय मोबाइल का प्रयोग करते हैं। उच्च शिक्षा निदेशालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए परिसर में मोबाइल का प्रयोग करने पर रोक लगा दिया है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह पढ़ाई के दौरान मोबाइल का प्रयोग न करें। अगर करेंगे तो उसे भी जब्त कर लिया जाएगा।
सीसीटीवी से होगी निगरानी
उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी राज्य विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में वायस रिकॉर्डिंग युक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया है। उसके जरिए हर शिक्षक व छात्र की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. वंदना शर्मा ने कहा कि पठन-पाठन का माहौल बनाने के लिए राज्य विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेज परिसर में मोबाइल प्रयोग पर रोक लगाई गई है। मोबाइल रखने व परिसर के बाहर प्रयोग करने पर कोई रोक नहीं है। साइलेंट मोड में सभी मोबाइल रख सकते हैं।