AU Protest: छात्रों ने कई घंटे की नारेबाजी और घेराव, हास्टल अंते वासियों पर जुर्माना थोपने से आक्रोश

कुलपति के इन्कार से उग्र छात्र उनका घेराव करने के लिए आगे बढ़े तो परिसर में मौजूद भारी पुलिस फोर्स ने छात्रों को घेर लिया। छात्र दूसरे रास्ते से दौड़ते हुए नार्थ हाल की तरफ भागे। तब तक कुलपति कार में सवार होकर कैम्पस के बाहर चली गईं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 02:07 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 02:07 PM (IST)
AU Protest: छात्रों ने कई घंटे की नारेबाजी और घेराव, हास्टल अंते वासियों पर जुर्माना थोपने से आक्रोश
विश्वविद्यालय में गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने डीएसडब्ल्यू दफ्तर का घेराव कर धरना दिया

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने डीएसडब्ल्यू दफ्तर का घेराव कर दिया। वह हास्टल में रहने वाले छात्रों पर 15 हजार रुपये जुर्माने थोपने का विरोध कर रहे थे। मामले की सूचना मिलने पर कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव खुद नार्थ हाल पहुंच गईं। उन्होंने पांच छात्रों को वार्ता के लिए बुलाया। यहां उन्होंने छात्रों की मांग मानने से इनकार कर दिया। पांचों छात्र जब वापस डीएसडब्ल्यू दफ्तर पहुंचे तो वहां सारी बात बताई। इस पर छात्र और आक्रोशित हो गए।

छात्रों के तेवर देख कुलपति निकल गईं इवि परिसर से

कुलपति के इन्कार से उग्र छात्र उनका घेराव करने के लिए आगे बढ़े तो परिसर में मौजूद भारी पुलिस फोर्स ने छात्रों को घेर लिया। छात्र दूसरे रास्ते से दौड़ते हुए नार्थ हाल की तरफ भागे। तब तक कुलपति कार में सवार होकर कैम्पस के बाहर चली गईं। इसके बाद भी छात्र इवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। उनके खिलाफ हास्टल के छात्रों पर जुर्माना थोपने से भारी गुस्सा है। उनका कहना है कि इस मनमाने आदेश को वापस लिया जाए वरना धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा और यह और भी उग्र हो सकता है।

छात्रों के अहित के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष

उल्लेखनीय है कि इस मसले पर छात्र नेता और उनके समर्थक कई रोज से कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इससे शांति भंग होने का हवाला देते हुए चीफ प्राक्टर ने छात्र नेताओं के खिलाफ कर्नलगंज थाने में मुकदमा भी लिखा दिया है। मगर जुर्माना थोपने के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्र नेताओं का कहना है कि इवि प्रशासन कितनी भी जोर जबरदस्त कर ले, छात्रों के अहित के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। यह भी उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय में एक और आंदोलन पिछले दो साल से जारी है। वो है इवि में छात्र संघ बहाली का जिसके लिए छात्र नेता रोज धरने पर बैठकर अपनी मांग उठा रहे हैं।

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