अहमदाबाद जेल में बोला अतीक, मुझे जो कहना है वो अब कोर्ट में कहूंगा
गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद से बयान दर्ज करने की प्रक्रिया में पुलिस को कुछ भी नहीं हासिल हो सका है। अतीक ने हर सवाल का जवाब सिर्फ ना में दिया। कहा कि उसे जो भी कहना होगा वह कोर्ट में कहेगा।
प्रयागराज : जेएनएन। गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद से बयान दर्ज करने की प्रक्रिया में पुलिस को कुछ भी नहीं हासिल हो सका है। कुल 14 मामलों में सवाल किए गए, इनमें भी सबसे ज्यादा अल्कमा और सुरजीत हत्याकांड से जुड़े थे। अतीक ने हर सवाल का जवाब सिर्फ ना में दिया। कहा कि उसे जो भी कहना होगा, वह कोर्ट में कहेगा। दो इंस्पेक्टर ने लिया जेल में बयान
न्यायालय से अनुमति लेकर धूमनगंज इंस्पेक्टर अरुण चतुर्वेदी के साथ पांच दारोगा तथा इंस्पेक्टर कैंट नीरज वालिया के साथ एक उपनिरीक्षक शनिवार को फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचे थे। अहमदाबाद जेल में दोपहर करीब दो बजे दोनों इंस्पेक्टर उस कमरे में दाखिल हुए, जहां अतीक को बैठाया गया था। बाकी पुलिसकर्मी बाहर खड़े थे। देवरिया जेल कांड समेत कई मामलों में किए गए सवाल
जिन मामलों में बयान दर्ज किया गया, उनमें सबसे पहले देवरिया जेल में प्रापर्टी डीलर की पिटाई मामला, राजरूपपुर में 2016 का जितेंद्र हत्याकांड, राजू पाल के गवाह उमेश पाल को धमकी, रंगदारी, जमीन कब्जाने के थे। पूर्व सांसद ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। इसके बाद 2015 में हुए अल्कमा और सुरजीत हत्याकांड के बारे में बयान दर्ज किया गया। कहा गया कि घटना की साजिश रचने से लेकर दोनों को मौत के घाट उतारने तक में वह शामिल रहे हैं। इस पर पूर्व सांसद का कहना था कि इस मामले से उनका कोई मतलब नहीं है। इस प्रकरण से जुड़े सभी सवालों का जवाब रटा-रटाया और न की शक्ल में मिला। पूर्व सांसद ने कहा कि वह अपना जवाब कोर्ट में ही देंगे। सारे आरोप गलत हैं। बयान दर्ज किए जाने की यह प्रक्रिया शाम पांच बजे तक यानी कुल लगभग तीन घंटे चली। सिर में बांध रखा था साफा
पुलिस इंस्पेक्टरों के सामने वाली कुर्सी पर अतीक अहमद बैठा था। सिर में साफा बांध रखा था और तहमद लगा रखी थी। पूछताछ कर लौटी टीम के एक सदस्य ने बताया कि पूर्व सांसद ने अपने अंदाज में सवालों का जवाब दिया।