BJP: अतीक अहमद के करीबी जैद खालिद की प्रयागराज भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से छुट्टी

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मनोनयन को लेकर कई बार विरोध के स्वर उठे थे। वजह यह कि जैद माफिया अतीक के करीबी माने जाते हैं। माफिया से जुड़े लोगों की संपत्तियों पर जब बुलडोजर चल रहे थे तो इनके भी उमरी स्थित मकान पर बुलडोजर चला था।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 03:34 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 03:34 PM (IST)
BJP: अतीक अहमद के करीबी जैद खालिद की प्रयागराज भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से छुट्टी
नवनियुक्त उपाध्यक्ष मो. जैद खालिद का त्यागपत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माफिया अतीक अहमद के करीबी माने जाने वाले भाजपा काशी क्षेत्र अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नवनियुक्त उपाध्यक्ष मोहम्मद जैद खालिद को आखिरकार पद छाेड़ना पड़ गया। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए त्यागपत्र में जैद ने लिखा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे काशी क्षेत्र अल्पसंख्यक मोर्चा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। मैं इस निर्णय के लिए शीर्ष नेतृत्व का आभारी हूं। मैने पद प्राप्त करने के बाद पार्टी की ओर से दी गई सभी जिम्मेदारी का पूरी तन्मयता से पालन किया और बहुत कुछ नया सीखा।

पिता के इलाज के लिए इस्तीफा देने की बात है लिखी

दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि इस बीच मेरे पिता अब्दुल खालिद की मेडिकल जांच में मुंह का कैंसर होने की बात सामने आई। इसके इलाज के लिए मुझे पिता जी को मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल हास्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। जहां उनका समुचित इलाज चल रहा है। मैं उनकी देखभाल में व्यस्त होने की वजह से अपने पद के लिए आवश्यक जिम्मेदारी का निस्तारण नहीं कर पा रहा हूं। जिससे मन में ग्लानि बनी रहती है। अत: मुझे पद से मुक्त किया जाए। मैं पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करता रहूंगा। यह पत्र क्षेत्रीय अध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र के नाम लिखा गया है। वायरल पत्र पर यह भी इंगित है कि इस्तीफा मंजूर किया जाता है।

उमरी स्थित आवास पर चल चुका है बुलडोजर

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मनोनयन को लेकर कई बार विरोध के स्वर उठे थे। कई बड़े पदाधिकारी व नेताओं ने भी खुलकर विरोध जताया था। इसकी वजह यह कि मो. जैद खालिद माफिया अतीक के करीबी माने जाते हैं। माफिया व उनसे जुड़े लोगों की संपत्तियों पर जब बुलडोजर चल रहे थे तो इनके भी उमरी स्थित मकान पर बुलडोजर चला था। बमरौली उपरहार स्थित मकान पर भी नोटिस चस्पा की गई थी। कोविड की वजह से कार्रवाई बाद में रोक दी गई। इसके अतिरिक्त उमरी में आबिद प्रधान के मकान पर भी बुलडोजर चला था। वह भी मो. जैद के करीबी बताए जा रहे हैं।

पार्टी के जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला

भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेशचंद्र ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई। कहा, यदि किसी ने त्यागपत्र दे दिया तो उसके बारे में क्या कहा जाए और वह कौन हैं क्या हैं, इसकी जानकारी नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि संगठन से साफ सुथरी छवि के लोगों को ही जोड़ें। उन्हें ही जिम्मेदारी भी दी जाए। इसी क्रम में भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने भी इस पूरे मामले से खुद को अनजान बताया।

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