प्रयागराज में पिछले 11 माह में हत्या की घटनाओं का लगा शतक और लूट ने बनाया अर्धशतक

नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में ही मांडा में साढ़े सात लाख की लूट हुई। इसके बाद थरवई मेंं ट्रक लूट और सिविल लाइंस में राहगीर से लूट जैसी घटना हुई। ऐसी सनसनीखेज वारदात का सिलसिला पिछले 11 महीने से चलता आ रहा है। हत्‍या की घटनाएं भी हुई हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 12:17 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 12:17 PM (IST)
प्रयागराज में पिछले 11 माह में हत्या की घटनाओं का लगा शतक और लूट ने बनाया अर्धशतक
प्रयागराज में हत्‍या और लूट की घटनाओं को बदमाश बेखौफ अंदाज में अंजाम दे रहे हैं।

प्रयागराज, [ताराचंद्र गुप्ता]। प्रयागराज शहर के जार्जटाउन में बुधवार रात ठेकेदार बच्चा यादव को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया गया। करीब 10 दिन पहले फाफामऊ में नाबालिक दलित से दुष्कर्म के बाद पूरे परिवार की नृशंस हत्या कर दी गई। इससे पहले खुल्दाबाद पुलिस ने कौशांबी निवासी युवक की हत्या करने वाले जहरखुरानों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

मांडा में साढ़े लाख की लूट हुई थी

नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में ही मांडा में साढ़े सात लाख की लूट हुई। इसके बाद थरवई मेंं ट्रक लूट और सिविल लाइंस में राहगीर से लूट जैसी कई घटना हुई। ऐसी सनसनीखेज वारदात का सिलसिला पिछले 11 महीने से चलता आ रहा है।

एक नजर पुलिस के आंकड़ों पर डालें

पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि जनवरी 2021 से नवंबर तक ताबड़तोड़ घटनाएं हुईं। इस दौरान जिले में जहां हत्या का 'शतक' हुआ, वहीं लूट ने 'अर्धशतक' पूरा किया। 80 से ज्यादा दुष्कर्म के मुकदमे भी लिखे गए। तमाम केस ऐसे भी रहे, जो दर्ज ही नहीं हुए। यह हाल तब है, जब पुलिस मुठभेड़ में तमाम अपराधी गोली से घायल हुए और जेल भेजे गए। इसके बावजूद बदमाश बेखौफ होकर जब चाहे और जहां चाहे, हत्या व लूट जैसी वारदात को अंजाम दे डालते हैं। लगभग हर तीसरे दिन मेंं हत्या और छठे दिन में लूट से लोगों में डर का माहौल पनपने लगा है।

एसओजी और क्राइम ब्रांच की आठ टीम

सूबे में शायद प्रयागराज पहला ऐसा जिला है, जहां एसओजी, नारकोटिक्स, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस जैसी कुल आठ टीमें हैं। इन पर अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने का जिम्मा है। हालांकि इन टीमों में तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली भी कई बार सवालों के घेरे में आ जाती है। दुष्कर्म के मुकदमे में गवाह को फर्जी ढंग से जेल भेजने के मामले में इस टीम के इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मी निलंंबित किए गए थे। अलावा एसपी क्राइम, एसपी गंगापार, एसपी यमुनापार और एसपी सिटी की भी तैनाती है। गंगापार और यमुनापार के एसपी की जिम्मेदारी आइपीएस के हाथों में हैं।

आंकड़ों में अपराध

हत्या- 99

लूट- 42

दुष्कर्म- 80

नकबजनी- 363

वाहन चोरी- 776

जानलेवा हमला- 75

(नोट- यह आंकड़े एक जनवरी 2021 से 15 नवंबर 2021 तक के हैंं। हालांकि 15 से 30 नवंबर के बीच भी हत्या, लूट, नकबजनी, दुष्कर्म की कई घटनाएं हुई हैं।)

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