लखीमपुर खीरी में मृत किसानों की अस्थियां संगम में विसर्जित

लखीमपुर खीरी में दिवंगत हुए किसानों की अस्थियां रविवार दोपहर यहां लाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:50 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:50 AM (IST)
लखीमपुर खीरी में मृत किसानों की अस्थियां संगम में विसर्जित
लखीमपुर खीरी में मृत किसानों की अस्थियां संगम में विसर्जित

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : लखीमपुर खीरी में दिवंगत हुए किसानों की अस्थियां रविवार दोपहर यहां संगम में प्रवाहित की गईं। किसान नेताओं ने ही यह क्रियाकर्म किया। किसानों का कोई स्वजन इसमें शामिल नहीं था। बंधवा के पास किसान नेताओं व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। फिर संगम तक पदयात्रा निकाली गई।

अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा (एआइकेएमएस) के राष्ट्रीय महासचिव डा. आशीष मित्तल अस्थियां लेकर आए थे। यहां संयुक्त किसान मोर्चा, संयुक्त ट्रेड यूनियन व नागरिक समाज से जुड़े पदाधिकारी जुटे। फूल-माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। करीब घंटे भर श्रद्धांजलि कार्यक्रम चला। संगम तक पदयात्रा निकाली गई। अस्थि विसर्जन से पूर्व दो मिनट का मौन धारण किया गया। राष्ट्रीय सचिव ऐक्टू डा. कमल उसरी, भारतीय किसान यूनियन (राजनैतिक) के मंडल अध्यक्ष सालिगराम यादव, जिला संयोजक सीटू अविनाश मिश्रा, किसान मजदूर एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम अभिलाष यादव, उप्र किसान सभा के जिला मंत्री भूपेंद्र पांडेय, राजू कुशवाहा, संजय यादव, मनीष सिन्हा, राजकुमार पथिक, विनोद निषाद, शांति देवी, स्वाति गांगुली, अखिल विकल्प, सुनील मौर्य, त्रिलोकी पटेल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। डा. मित्तल ने बताया कि दिवंगत किसानों की अस्थियों को कई कलश में लखनऊ लाया गया था। वहां से विभिन्न स्थानों पर इसे भेजा गया ताकि नदियों में इन्हें प्रवाहित किया जा सके। गंगापार और यमुनापार के विभिन्न गांवों में भी अस्थि कलश ले जाया गया, जहां किसानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

मुस्तैद रही पुलिस: संगम में अस्थि विसर्जन के दौरान पुलिस की तगड़ी व्यवस्था थी। बंधवा के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। यही हाल संगम पर भी रहा। एलआइयू भी सक्रिय थी।

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