आरोपित बिंदास बोला... बालिका की हत्या का उसे पछतावा नहीं है, तंज कसने का लिया बदला
रामभवन दिमागी रूप से सनकी प्रवृत्ति का है। पुलिस ने जब उसे पकड़कर हवालात में बंद किया तो वह अकेले ही बड़बड़ा रहा था। उसकी हरकतें देखकर पुलिसकर्मी भी दंग थे। पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल करने के साथ ही वह उल्टी-सीधी बात कर रहा था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज जनपद में लालापुर थाना क्षेत्र के सेमरी तरहार गांव की रहने वाली बालिका की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपित रामभवन को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। इसके बाद जो उसने बताया उसे सुनकर पुलिसकर्मी दंग रह गए। बोला कि उसे कोई पछतावा नहीं है। बालिका के घरवालों उसे और उसके बच्चों को तंज कसते थे। वह परेशान हो उठा था। उसे अपने बच्चों के बारे में उल्टा सीधा सुनकर बहुत दुख होता था। इसलिए बालिका के घरवालों को सबक सिखाने के लिए उसने हत्या का रास्ता अख्तियार किया।
जेल से आने के बाद बालिका के घरवाले कसते थे तंज
रामभवन सेमरी तरहार गांव का ही रहने वाला है। वह बालिका के घर के बगल ही रहता था। एक हत्या के मामले में वह जेल गया था। वहां से जमानत पर वह छूटा और घर आया तो बालिका के घरवाले कुछ दिन बाद उसे देखकर हंसते थे। तंज कसते थे कि जैसा उसने किया है, उसके बच्चे भी ऐसा ही करेंगे। बच्चे कुछ नहीं कर पाएंगे। जबकि हमारे बच्चे आगे बढ़ेंगे। इसे लेकर रामभवन ने एक दो बार टोका भी था, लेकिन इसका असर किसी पर नहीं पड़ा था।
आरोपित की दिमागी हालत सनकी जैसी
रामभवन दिमागी रूप से सनकी प्रवृत्ति का है। पुलिस ने जब उसे पकड़कर हवालात में बंद किया तो वह अकेले ही बड़बड़ा रहा था। उसकी हरकतें देखकर पुलिसकर्मी भी दंग थे। उससे पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ तो अपना जुर्म कबूल करने के साथ ही वह उल्टी-सीधी बात कर रहा था। कभी बच्चों के बारे में बात करने लगता तो कभी अपने खेत की चर्चा करने लगता। कहता कि अब कोई उसे और उसके बच्चों के बारे में कुछ नहीं कहेगा।
बालिका की ऐसे की थी निर्मम हत्या
सेमरी तरहार की रहने वाली एक 11 वर्षीया बालिका 27 जुलाई को घर के बाहर से गायब हो गई थी। 30 जुलाई की देर शाम उसका शव बारा थानांतर्गत लोहगरा स्थित भोड़ी गांव के पास नहर में मिला था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। शव को शाल में लपेटकर फेंका गया था। इसी शाल की बदौलत पुलिस हत्यारोपित तक पहुंची।