प्रतापगढ़ के सेना जवान चंद्रलोक तिवारी का दिल्‍ली आर्मी अस्‍पताल में निधन, आज होगा अंतिम संस्‍कार

प्रतापगढ़ के कंधई स्थित सराय नानकार गांव निवासी चंद्रलोक तिवारी (26) पुत्र विजय नारायण तिवारी सेना के जवान थे। इन दिनों इन दिनों उनकी तैनाती राजस्थान के जोधपुर स्थित बटालियन में थी। 23 जुलाई को पेट में दर्द होने पर अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:21 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:29 PM (IST)
प्रतापगढ़ के सेना जवान चंद्रलोक तिवारी का दिल्‍ली आर्मी अस्‍पताल में निधन, आज होगा अंतिम संस्‍कार
सैनिक चंद्रलोक तिवारी का पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ स्थित घर पर लाया गया तो श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ जुट गई।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में कंधई थाना क्षेत्र के सराय नानकार गांव निवासी सेना के जवान चंद्रलोक तिवारी (26) का शुक्रवार को निधन हो गया था। दिल्ली के आर्मी हास्पिटल में उपचार में उनका उपचार हो रहा था। वहां आर्मी हेड क्वार्टर पर जवानों ने सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ स्थित पैतृक गांव ले आए। रविवार की सुबह लगभग साढ़े पांच बजे जवान चंद्रलोक का पार्थिव शरीर हो रही बारिश के बीच उनके घर लाया गया। तमाम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। यहां सेना के जवान द्वारा सलामी देने के बाद चंद्रलोक का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

राजस्‍थान के जोधपुर स्थित बटालियन में थे तैनात

राजस्थान प्रांत में तैनात बेल्हा के जवान ने दिल्ली के आर्मी अस्पताल में शुक्रवार को देर रात आखिरी सांस ली। जवान की अचानक मौत होने की जानकारी होने पर यहां परिवार के लोग और ग्रामीण स्तब्ध रह गए। कंधई थाना क्षेत्र के सराय नानकार गांव निवासी चंद्रलोक तिवारी (26) पुत्र विजय नारायण तिवारी सेना के जवान थे। इन दिनों इन दिनों उनकी तैनाती राजस्थान के जोधपुर स्थित बटालियन में थी। 23 जुलाई को पेट में दर्द होने पर अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी।

दिल्‍ली के आर्मी अस्‍पताल में ली अंतिम सांस

उन्हें राजस्थान के सैनिक अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां हालत में सुधार नहीं होने पर 26 जुलाई को उन्हें दिल्ली के आर्मी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान शुक्रवार की रात करीब एक बजे चंद्रलोक ने आखिरी सांस ली। शनिवार को सुबह चंद्रलोक के मौत की घर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। पिता विजय नारायण तिवारी, माता शकुंतला देवी अपने बेटे की अचानक हुई मौत से बदहवास हैं।

पूरे गांव के दुलारे थे चंदू

सराय नानकार निवासी विजय नारायण तिवारी के सबसे छोटा पुत्र चंद्रलोक को परिवार और गांव के लोग चंदू के नाम से बुलाते थे। वे हर किसी के दुलारे थे। चार भाइयों में सबसे छोटे बेटे चंद्रलोक की शादी पांच वर्ष पूर्व 2016 में लखनऊ की रुचि तिवारी के साथ हुई थी। चंद्रलोक का एक बेटा शिवा ढाई वर्ष का है। उनके सबसे बड़े भाई वरुण तिवारी खेती करते हैं। दूसरे नंबर के भाई आलोक तिवारी सीआरपीएफ में नौकरी करते हैं। जबकि तीसरे भाई अरुण तिवारी सूरत में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं।

जवानों ने दी पार्थिव शरीर को सलामी

आर्मी हास्पिटल में आखिरी सांस लेने के बाद चंद्रलोक तिवारी का पार्थिव शरीर दिल्ली के आर्मी हेड क्वार्टर ले जाया गया। वहां सेना के जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित करके चंद्रलोक के पार्थिव शरीर को सलामी दी। वहीं सराय नानकार गांव में सेना के जवान चंद्रलोक तिवारी को निवर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश त्रिपाठी, भाजपा नेता डीपी इंसान, पूनम इंसान आदि ने श्रद्धांजलि दी।

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