Army COVID Helpline: कोरोना वायरस संक्रमित पूर्व सैनिकों की मदद को सेना की पहल, प्रयागराज में हेल्पलाइन शुरू

प्रयागराज और आसपास के जिलों में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक रहते हैं। इन सभी के इलाज के लिए मिलिट्री हॉस्पिटल प्रयागराज में व्यवस्था की गई है। करीब 200 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित किए गए। सेना क्षेत्र में भी तमाम लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:37 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:37 AM (IST)
Army COVID Helpline: कोरोना वायरस संक्रमित पूर्व सैनिकों की मदद को सेना की पहल, प्रयागराज में हेल्पलाइन शुरू
प्रयागराज में कोरोना संक्रमित पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए सेना ने कोविड हेल्‍पलाइन शुरू किया है।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी से पूर्व सैनिकों को बचाने के लिए सेना ने हेल्पलाइन शुरू की है। हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने से पूर्व सैनिकों को उनकी जरूरत अनुसार दवा ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ती है तो उनको मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती भी कराया जा रहा है। इस पहल से पूर्व सैनिकों को काफी राहत हो गई है।

मिलिट्री हॉस्पिटल में पूर्व सैनिकों के लिए व्‍यवस्‍था

प्रयागराज और आसपास के जिलों में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक रहते हैं। इन सभी के इलाज के लिए मिलिट्री हॉस्पिटल प्रयागराज में व्यवस्था की गई है। करीब 200 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित किए गए। सेना क्षेत्र में भी तमाम लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं लेकिन मौत का आंकड़ा बहुत कम है। सेना के अस्पताल में गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। जबकि अन्य को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है। चूंकि कोरोना महामारी हर किसी को अपनी चपेट में ले रही है। बुजुर्गों के लिए यह ज्यादा घातक है। इसलिए सेना ने रिटायर्ड फौजियों के लिए विशेष व्यवस्था की है।

सेना के पीआरओ बोले, हेल्‍पलाइन पर फोन कर पूर्व सैनिक लें मदद

सेना के पीआरओ शैलेंद्र पांडे ने बताया कि पूर्व यूपी एमपी सब एरिया मुख्यालय स्थित वेटरन कार्यालय में हेल्पलाइन की व्यवस्था शुरू की गई है। हेल्पलाइन नंबर 05322420043 जारी किया गया है। कार्यालय समय में यहां पर फोन करके पूर्व सैनिक मदद ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके जरिए पूर्व फौजियों को काफी मदद मिल जा रही है। अगर वह गंभीर नहीं है तो उनको अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। इस हेल्पलाइन नंबर के जरिए उनको डॉक्टर की सलाह, दवा और ऑक्सीजन आदि मुहैया कराया जा रहा है।

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