अरहर दाल की कीमत बढ़ी तो प्रयागराज जिले में घट गई बिक्री
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी ने बताया कि नवरात्र भी चल रहा है और दाल की कीमत भी बढ़ी है। इससे लगता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दाल की खपत कम हो गई है। इसकी वजह से व्यापारी दाल खरीदने नहीं आ रहे हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। दाल की थोक रेट में बढ़ोतरी होने से इसकी बिक्री भी अचानक घट गई है। पिछले तीन-चार दिनों से गल्ला मंडी में बिक्री में करीब 20 से 25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। गिरावट की खास वजह दूरदराज के व्यापारियों द्वारा दाल की खरीद एकाएक रोक देना है।
दाल के थोक रेट में अचानक ₹5 किलो की वृद्धि हो गई थी। इसकी वजह से दाल की थोक कीमत ₹100 से बढ़कर ₹105 हो गई थी। फुटकर रेट भी करीब ₹10 चढ़कर 110 से ₹115 किलो हो गई है। हालांकि, फुटकर रेट शहर के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग है। दाल की कीमत में वृद्धि की वजह मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के सटोरियों द्वारा स्टाफ कर लिया जाना माना जा रहा है। थोक गल्ला मंडी मुट्ठीगंज में दाल इन्हीं राज्यों से आती है। मंडी से 40 50 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्रों से व्यापारी भी दाल खरीदने आते हैं। लेकिन दाल की कीमत में वृद्धि होने से ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापारी मंडी में दाल खरीदने दो-तीन दिनों से नहीं आ रहे हैं।
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी ने बताया कि नवरात्र भी चल रहा है और दाल की कीमत भी बढ़ी है। इससे लगता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दाल की खपत कम हो गई है। इसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापारी दाल खरीदने नहीं आ रहे हैं। जिसकी वजह से बिक्री करीब 20 से 25 फीसद कम हो गई है।
जनवरी में रेट कम होने के आसार
दाल की कीमत करीब दो ढाई महीने तक कमोवेश स्थिर रहने की उम्मीद है। दाल की कीमत में कमी जनवरी महीने के शुरुआत में मध्य प्रदेश में नई फसल के तैयार होने से आने की उम्मीद है।