मनमानी : इविवि में हरे पेड़ों की कुर्बानी
्रविश्व पर्यावरण दिवस पर संगोष्ठी में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की बात की जाती है लेकिन विश्वविद्यालय में हरे पेड़ों को काटा जा रहा है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : विश्व पर्यावरण दिवस पर संगोष्ठी में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की बात करने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में हरे पौधों की कुर्बानी दी जा रही है। दो दिन में विज्ञान संकाय के दर्जनों हरे पौधे काट दिए गए। इन पेड़ों के कटने से हरियाली कम होने के साथ अब प्रदूषण बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, इविवि प्रशासन इन पौधों को जंगली बता रहा है।
इविवि के हरे पौधों के काटे जाने की भनक छात्रनेताओं को लगी तो वह फौरन मौके पर पहुंच गए। छात्रसंघ बहाली के लिए अनशनरत छात्रनेता अजय यादव सम्राट ने अनशनस्थल पर परिसर में हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर चर्चा की। प्रस्ताव पारित किया गया कि जब प्रकृति के संरक्षण की पूरी दुनिया में मुहिम चल रही है तो ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन हरे पेड़ों को क्यों कटवा रहा है। सम्राट ने कहा कि पूरब के ऑक्सफोर्ड में प्राकृतिक वातावरण और हरियाली की एक विशेष पहचान है। पेड़ों की कटाई पर श्वेत पत्र जारी न किया गया तो राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्रालयों को पत्र लिखा जाएगा। इस मौके पर राहुल पटेल, नवनीत यादव, अजय राज त्रिपाठी, अभिषेक यादव, मो. सलमान, अरविंद यादव, अशीष आर्या, मो. अंसारी आदि उपस्थित रहे।
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वर्जन
विज्ञान संकाय परिसर में सफाई और सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। परिसर में जो जंगली झाड़ एवं पेड़ विभागों की इमारतों के आसपास अनावश्यक रूप से बढ़ गए हैं और विभागों की इमारतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनकी आवश्यक छंटाई करवाई जा रही है।
- डॉ. जया कपूर, पीआरओ, इविवि।
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