Narendra Giri Death Case में आनंद गिरि के नार्को टेस्ट की अर्जी पर आज होगी सुनवाई

आरोपितों के अधिवक्ता विजय द्विवेदी का तर्क है कि आनंद गिरि सीबीआइ के सामने कह चुके हैं कि उन्हें ऐतराज नहीं है मगर वह टेस्ट तभी करवाएंगे जब संदिग्ध लोगों का भी हो। सोमवार को कोर्ट मेंं तय होगा कि अभियुक्त नार्काे टेस्ट के लिए राजी होते हैं या नहीं

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:17 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:17 AM (IST)
Narendra Giri Death Case में आनंद गिरि के नार्को टेस्ट की अर्जी पर आज होगी सुनवाई
महंत मृत्यु प्रकरण, अभियुक्त के अधिवक्ता नारको टेस्ट के विरोध की तैयारी में

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित आनंद गिरि,  लेटे हनुमान मंदिर का पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी के नार्को टेस्ट की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। नैनी सेंट्रल जेल में बंद अभियुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिला कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपित के अधिवक्ता अपनी तरफ से टेस्ट कराने को लेकर दी गई अर्जी का विरोध करने की तैयारी में है। यदि आनंद गिरि अथवा किसी अन्य अभियुक्त ने टेस्ट को लेकर अपनी सहमति जताई तो उसके आधार पर सीबीआइ अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी।

अभियुक्तों का तर्क, दूसरे संदिग्धों की भी हो जांच

नरेंद्र गिरि के मृत्यु के मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने आरोपितों से सच उगलवाने के लिए नार्काे टेस्ट की अर्जी कोर्ट में दी है। पिछले 20 दिन से ज्यादा समय से जांच एजेंसी के अधिकारी प्रयागराज में डेरा जमाए हुए हैं। मगर अब तक घटना को लेकर किसी खास नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है। फिलहाल अब कहा जा रहा है कि अगर तीनों अभियुक्तों का नार्काे टेस्ट होता है तो घटना से जुड़े कई राज से पर्दा हट जाएगा। उधर, आरोपितों के अधिवक्ता विजय द्विवेदी व अन्य का तर्क है कि आनंद गिरि पहले ही सीबीआइ के सामने कह चुके हैं कि उन्हें इससे ऐतराज नहीं है, मगर वह टेस्ट तभी करवाएंगे जब संदिग्ध लोगों का भी हो। बहरहाल अब सोमवार को कोर्ट मेंं तय होगा कि अभियुक्त नार्काे टेस्ट के लिए राजी होते हैं या नहीं। उनकी सहमति पर ही कोर्ट में अर्जी पर सुनवाई होगी।

हरिद्वार तक हो चुकी है आनंद गिरि से पूछताछ 

उल्लेखनीय है कि महंत नरेंद्र गिरि की 20 सितंबर को अल्लापुर स्थित मठ बाघम्बरी गद्दी के अतिथि कक्ष के भीतर संदिग्ध हालात में मृत्यु के बाद पहले पुलिस ने आनंद गिरि को आद्या प्रसाद और संदीप तिवारी समेत गिरफ्तार किया था। फिर जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। सीबीआइ ने जांच की कमान संभालने के बाद कोर्ट से कस्टडी रिमांड पर आनंद गिरि को हरिद्वार ले जाकर भी आश्रम से लैपटाप और टैबलेट की बरामदगी की गई थी।

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