AnyDesk App : इस एप से रहें सावधान, साइबर शातिर उड़ा रहे खाते से रकम, ऐसे बच सकते हैं आप

AnyDesk App साइबर क्राइम के लिए शातिर इस एप का प्रयाेग कर रहे हैं। इससे प्रयागराज के भी कई लोगों के खाते से रकम उड़ाई जा चुकी है। इस एप से सावधान रहने की जरूरत है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 02:58 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 05:24 PM (IST)
AnyDesk App : इस एप से रहें सावधान, साइबर शातिर उड़ा रहे खाते से रकम, ऐसे बच सकते हैं आप
AnyDesk App : इस एप से रहें सावधान, साइबर शातिर उड़ा रहे खाते से रकम, ऐसे बच सकते हैं आप

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लोगों की निर्भरता ऑनलाइन पर ज्यादा बढ़ी है। इसी का फायदा शातिर उठा रहे हैं। अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग और बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर करने से लेकर दूसरे काम करते हैं तो फिर एनीडेस्क एप से सावधान रहें। साइबर शातिर इन दिनों एनीडेस्क एप को डाउनलोड करवाकर खाते से रकम उड़ा दे रहे हैं। हाल ही धूमनगंज, शिवकुटी और कर्नलगंज में रहने वाले तीन लोगों के खाते से लाखों रुपये शातिरों ने गायब की। इनके मोबाइल पर पहले एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाया और फिर धोखाधड़ी की। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया और मैसेज के जरिए भी इस एप का ङ्क्षलक भेजकर ठगी की कोशिश की जा रही है।

गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेने से बचें

साइबर एक्सपर्ट दीपक कुमार का कहना है कि ऑनलाइन ऑर्डर देने के बाद कई बार प्रोडक्ट लोगों के पास नहीं पहुंचता है। साथ ही उनके एकाउंट से पैसा भी कट जाता है। ऐसी स्थिति में पीडि़त व्यक्ति संबंधित कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च इंजन गूगल पर जाकर खोजता है। यहां भी शातिर कस्टमर केयर के नाम से फर्जी नंबर अपलोड किए रहते हैं। जब उस नंबर पर कॉल आती है तो कॉलर को बताया जाता है कि वह एनीडेस्क एप डाउनलोड कर लें। इसके बाद फिर उस शख्स के खाते में पैसा भेजने के बहाने रकम गायब कर दी जाती है।

काॅपी खतरनाक है यह एप

साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, यह रिमोट डेस्कटॉप साफ्टवेयर टूल है। इस एप के जरिए शातिर आपके मोबाइल को एक्सेस कर लेता है और फिर किसी भी जगह से आपके फोन की जानकारी डिलीट या कॉपी कर सकता है। बैंकिंग डाटा समेत अन्य जानकारी चुरा सकता है। एप डाउनलोड होने पर एक कोड जेनरेट होता है, जिसे लोग अनजाने में ओके कर देते हैं। कहा जा रहा है कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआइ) के जरिए ऑनलाइन बैंङ्क्षकग फ्राड को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इस एप को लेकर एडवाइजरी जारी की है।

ऐसे बच सकते हैं आप

- इस एप को किसी भी दशा में डाउनलोड न करें

- गूगल पर मौजूद कस्टमर केयर का नंबर न लें

- पैसा ट्रांसफर के लिए अजनबी की मदद न लें

- बैंक के अधिकृत मोबाइल एप का इस्तेमाल करें

- अंजान व्यक्ति के किसी भी झांसे में न आएं।

बोले, साइबर थाने के इंस्‍पेक्‍टर

साइबर थाने के इंस्‍पेक्‍टर राजीव तिवारी कहते हैं कि साइबर शातिर ठगी करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। ऑनलाइन ठगी के लिए भी एनीडेस्क जैसे कई एप का सहारा ले रहे हैं। साइबर शातिरों से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। किसी तरह के झांसे और प्रलोभन में भी नहीं फंसना चाहिए।

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