सीएम के आगमन को लेकर दर्जनों दुकानें हटाई गई
सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रतापगढ़ दौरा होने वाला है। इसे लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाकर दुकानों को हटाया गया।
प्रयागराज : प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ का 27 फरवरी को प्रतापगढ़ में आगमन प्रस्तावित है। इसे लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। पालिका प्रशासन सफाई आदि व्यवस्था दुरुस्त कराने में जुटा हुआ है। शहर के जीआइसी के सामने सड़क की पटरियों पर अवैध तरीके से रखी गई दर्जनों गुमटियों व दुकानें हटवाई गई। कई को दी गई नोटिस। रात में भी अभियान चलेगा।
खुद हटाने लगे दुकानें
अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ गुमटियों को पालिका कर्मियों ने अपने मालवाहक पर लाद लिया। कार्रवाई के डर से अधिकांश दुकानदार अपनी-अपनी गुमटी हटाने में जुटे रहे। सड़क व पटरियों की सफाई कराने का कार्य जारी रहा। जगह-जगह डंप कूड़े को हटवाया गया। सड़क की रेङ्क्षलग पानी से धोई गई। जगह-जगह चूने का छिड़काव कराया जा रहा है। कहीं कोई कमी न रह जाए, इसका पालिका प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है।
दर्जनों दुकानदारों को दी गई नोटिस
स्वच्छता अभियान से बेजार रहने वाला पालिका प्रशासन शनिवार को जीआइसी ग्राउंड के आसपास का इलाका चमकाता मिला। हर ओर कर्मचारी सफाई करते मिले। पालिका प्रशासन द्वारा दर्जनों दुकानदारों को नोटिस भी दी गई। अचानक मिली नोटिस का व्यापारियों की तरह की प्रतिक्रिया पर उनमें आक्रोश दिखा। कुछ दुकानदार एकत्रित होकर डीएम से मिलने कैंप कार्यालय भी गए।
की गई बैरिकेडिंग
वहीं जीआइसी के बगल से सदर बाजार को जाने वाली रोड की बैरीकेङ्क्षडग कर दी गई। पूरी सड़क की सफाई कराई जा रही है। नगर पालिका के ईओ का कहना है कि जहां-जहां से पटरियों से दुकानें हटाई जा रही हैं। इस तरह का अभियान लगातार पूरे शहर में चलने जा रहा है।
सात हजार लगेंगी कुर्सियां
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम जीआइसी ग्राउंड में होगा। वहां पर लोगों के बैठने के लिए सात हजार कुॢसयां लगाई जाएंगी। इसके अलावा जर्मन हैंगर भी तैयार किया जा रहा हैं। दर्जनों कर्मचारी उसे तैयार करने में पसीना बहाते रहे। अफसर भी कार्यो का जायजा लेते नजर आए। दर्जनों सफाई कर्मियों को वहां की सफाई के लिए लगाया गया है।
पालिका कर्मियों की छुट्टी निरस्त
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पालिका अफसरों व सभी कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त कर दी गई है। शनिवार को ईओ सुभाष चंद्र ङ्क्षसह ने सभी को कार्यालय पर बुलाकर सचेत किया कि उनको मिले काम को वह पूरी जिम्मेदारी से करें। आज भी उन्हें काम करना है। इसमें किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।