Allahabad University: विश्वविद्यालय का फोटोग्राफी विभाग बंद करने के मामले में UGC ने रजिस्ट्रार से मांगा जवाब
Allahabad University वर्ष 2012 में कार्य परिषद की बैठक में फोटोग्राफी का अलग से विभाग बनाए जाने को मंजूरी मिली थी। हालांकि उस पर अमल करने के बजाय उसे बंद कर दिया गया। वर्तमान में हालात यह है कि यहां के कर्मचारियों को दूसरों विभागों से संबद्ध कर दिया गया।
प्रयागराज, [गुरुदीप त्रिपाठी]। देश के नामी गिरामी संस्थानों को दिग्गज फोटोग्राफर देने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के फोटोग्राफी विभाग को बंद कर दिया गया है। इस मामले में अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जवाब-तलब किया है। रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल को भेजे गए पत्र में यूजीसी ने रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा यूजीसी ने शारीरिक शिक्षा विभाग में पीएचडी प्रवेश में हुई धांधली के मामले में भी फिर से जवाब मांगा गया है।
फोटोग्राफी को 2012 में अलग विभाग की मिली थी मंजूरी
वर्ष 2012 में कार्य परिषद की बैठक में फोटोग्राफी का अलग से विभाग बनाए जाने को मंजूरी मिली थी। हालांकि उस पर अमल करने के बजाय उसे बंद कर दिया गया। वर्तमान में हालात यह है कि यहां कार्य कर रहे कर्मचारियों को दूसरों विभागों से संबद्ध कर दिया गया। इसके बाद विभाग में ताला लगवाने का भी फरमान जारी कर दिया गया।
कुलपति हांगलू ने 2018 में फोटोग्राफी में प्रवेश पर रोक लगाई थी
कागजों में तो यहां शिक्षकों के पद भी रिक्त हैं। वहीं, तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने अचानक फोटोग्राफी में प्रवेश पर रोक लगा दिया। छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी तब हुई, जब वह प्रवेश लेने पहुंचे। उस वक्त उन्हें बताया गया कि शिक्षकों की कमी के चलते कोर्स बंद कर दिया गया है। ऐसे में इविवि प्रशासन पर तमाम सवाल भी उठे।
फोटोग्राफी विभाग के पुरा छात्र प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्यरत हैं
इविवि के फोटोग्राफी डिप्लोमा से पढ़ाई करने के बाद यहां के छात्र देश के तमाम प्रतिष्ठित संस्थानों में नौकरी कर रहे हैं। यहां से कोर्स करने वाले छात्र रक्षा मंत्रालय, जल, थल, वायु सेना, इसरो, डीआरडीओ, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति कार्यालय में भी कार्यरत हैं। इसके अलावा रेलवे, क्राइम ब्रांच, फोरेंसिक में भी यहां के छात्र डंका बजा रहे हैं।
यूजीसी से की गई शिकायत
शहर के आरएस पांडेय ने यूजीसी के सचिव को पत्र भेजा। उन्होंने अपने पत्र में बताया कि इविवि में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में फोटोग्राफी विषय में सर्टिफिकेट, बीए और बीएससी में छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा। इसकी लिखित शिकायत भी कुलपति से की गई। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे छात्रों को परेशानी हो रही है।
यूजीसी ने शारीरिक शिक्षा विभाग पर भी मांगा जवाब
यूजीसी ने शारीरिक शिक्षा विभाग में पीएचडी प्रवेश में धांधली के मसले पर फिर से जवाब मांगा है। शिकायतकर्ता की तरफ से मामले में 47 बार शिकायत की गई। मामले में इविवि प्रशासन ने कमेटी बनाने का कोरम पूरा किया है। यह कमेटी अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी। ऐसे में इविवि से फिर जवाब तलब किया गया है।
बोलीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ डॉ. जया कपूर कहती हैं कि फोटोग्राफी विभाग के मामले में यूजीसी से आए पत्र का जवाब भेजा जा रहा है। शारीरिक शिक्षा विभाग में पीएचडी प्रवेश के मामले में इंक्वायरी की प्रक्रिया पूरी करी जा रही है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इसके बारे में कुछ जवाब दिया जा सकेगा।