Allahabad University: कोरोना वायरस संक्रमण काल में भी छात्रों का अनशन जारी, जानिए- क्या है उनकी मांग

Allahabad University प्रोफेसर हांगलू के इस्तीफे के बाद कार्यवाहक कुलपति ने पदभार ग्रहण करने के बाद छात्रसंघ बहाली का आश्वासन दिया था। उनका तर्क था कि यदि कर्मचारी संघ और शिक्षक संघ हो सकता है तो छात्र संघ क्यों नहीं। इस मसले पर कमेटी का भी गठन किया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 01:09 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 01:09 PM (IST)
Allahabad University: कोरोना वायरस संक्रमण काल में भी छात्रों का अनशन जारी, जानिए- क्या है उनकी मांग
छात्रसंघ बहाली की की मांग को लेकर विश्‍वविद्यालय के छात्र कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में भी अडिग हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच सब कुछ थम सा गया है। लोगों में दहशत है तो शासन, प्रशासन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जूझ रहा है। इन सबके बावजूद इलाहाबद केंद्रीय विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक छात्रसंघ भवन पर तमाम छात्र अनशन पर बैठे हैं। उनका यह भी कहना है कि अब तक विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी उनसे बात करने के लिए भी नहीं पहुंचे।

छात्रसंघ बहाल कराने पर अड़े हैं छात्रनेता

यह अनशन 290 दिन से छात्रनेता अजय यादव सम्राट के अगुवाई में चल रहा है। अनशनरत छात्र विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव पर लगे प्रतिबंध को बहाल करने की मांग पर अड़े हैं। छात्रसंघ चुनाव पर पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से छात्र आंदोलन कर रहे हैं।

कार्यवाहक कुलपति ने दिया था आश्वासन

प्रोफेसर हांगलू के इस्तीफे के बाद प्रोफेसर आरआर तिवारी कार्यवाहक कुलपति बने थे। उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद छात्रसंघ बहाली का आश्वासन दिया था। उनका तर्क था कि यदि कर्मचारी संघ और शिक्षक संघ हो सकता है तो छात्र संघ क्यों नहीं। इस मसले पर कमेटी का भी गठन किया गया।

अब इविवि प्रशासन की चुप्पी

छात्रों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि नया स्थायी कुलपति मिलने के बाद छात्रसंघ पर अहम फैसला लिया जा सकता है। हालांकि, इविवि प्रशासन अब कुछ भी बोलने से कतरा रहे है। इविवि प्रशासन का कहना है कोर्ट के निर्देश पर छात्रसंघ पर प्रतिबंध लगाया गया था। लिंगदोह समिति की सिफारिश को ध्यान में रखकर केवल उसका प्रारूप बदला गया। यह अलग बात है कि छात्रों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।

chat bot
आपका साथी