इलाहाबाद विश्वविद्याल के छात्रनेता बोले- बेरोजगारी के मसले पर सरकार ने युवाओं को गुमराह किया, होगा आंदोलन
राजेश सचान ने कहा हालात इतने बुरे हो गए हैं कि 5500 के मानदेय वाली नौकरी के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत तमाम नामी संस्थानों से पीएचडी और बीटेक व एमबीए की उपाधि लेने वाले आवेदक बन रहे हैं। चुनाव करीब है तो रिक्त पदों का ब्योरा मांगा जा रहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। संयुक्त बेरोजगार संघर्ष समिति ने बेरोजगारी के मसले पर आरपार की लड़ाई की चेतावनी दी है। इलाहाबाद केंद्रीय विश्विविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर समित से जुड़े युवाओं ने पत्रकार वार्ता की। इस दौरान आरोप लगाया कि रोजगार के मुद्दे पर सरकार ने युवाओं को गुमराह किया है। इससे युवा खफा हैं। वह इस वादा खिलाफी के विरोध में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
संयुक्त बेरोजगार संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का आरोप
संयुक्त बेरोजगार संघर्ष समिति के विवेकानंद सिंह उर्फ बाबुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का सब्जबाग युवाओं को दिखाया था। हालांकि विगत सात सालों में देश में सात करोड़ से ज्यादा रोजगार छीन लिया। यहां तक कि देश भर में काफी अरसे से सरकारी विभागों में 24 लाख से ज्यादा रिक्त पदों को भरने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
चुनाव करीब तो रिक्त पदों का मांगा जा रहा ब्योरा : राजेश सचान
राजेश सचान ने कहा हालात इतने बुरे हो गए हैं कि 5500 के मानदेय वाली नौकरी के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत तमाम नामी संस्थानों से पीएचडी और बीटेक व एमबीए की उपाधि लेने वाले आवेदक बन रहे हैं। अब चुनाव करीब आ गया है तो रिक्त पदों का ब्योरा मांगा जा रहा है। जबकि, पिछली सरकार में विज्ञापति भर्तियों की परीक्षाओं के लिए युवा आंदोलन कर रहे हैं। सरकारी नौकरी देने के नाम पर केवल आंकड़ेबाजी की जा रही है।
छात्र संपर्क अभियान चलाएंगे
समिति ने फैसला लिया है कि वह अब छात्र संपर्क अभियान चलाएंगे। इसके बाद नवंबर में महापंचायत करेंगे। इसमें सभी प्रतियोगी संगठन एकजुट होंगे। इस दौरान संदीप सिंह, सत्येंद्र यादव, अब्दुल अहद, आदित्य सिंह, समीर पांडेय, सौरभ सिंह बंटी, राहुल यादव, अभिषेक तिवारी, चंद्रशेखर अधिकारी, आदर्श शुक्ल आदि लोग मौजूद रहे।