Allahabad University: गर्म होने लगी छात्र राजनीति, छात्रसंघ बहाली को डेलीगेसी में समर्थन जुटाने की मुहिम शुरू

Allahabad University विश्वविद्यालय के सभी छात्रावास बंद हैं लेकिन इनमें तमाम छात्र रह रहे हैं। छात्र नेता छात्रसंघ के लिए समर्थन जुटाने की मुहिम चलाए हैं। कभी ताराचंद छात्रावास तो कभी एसएसएल में तो कभी डायमंड जुबली में बैठक व जनसंपर्क का दौर चल रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 03:49 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 03:49 PM (IST)
Allahabad University: गर्म होने लगी छात्र राजनीति, छात्रसंघ बहाली को डेलीगेसी में समर्थन जुटाने की मुहिम शुरू
इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली के लिए छात्रनेताओं की कवायद जारी है।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली की मांग जोर पकडऩे लगी है। 362 दिन से छात्र नेता अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित छात्रसंघ भवन पर क्रमिक अनशन जारी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस तरफ से पूरी तरह मुंह मोड़ रखा है। कुलपति व विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अब तक छात्रों की बात सुनने मौके पर नहीं आया। न छात्रों को किसी तरह का संदेश दिया गया।

कुलपति से छात्रों को थी उम्‍मीद

नई कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के आने पर छात्रों को उम्मीद थी कि छात्रसंघ के मुद्दे पर जरूर सुनवाई होगी। हालांकि ऐसा कुछ नहीं होने से छात्रों को मायूसी हाथ लगी। कुलपति ने न तो छात्रों का हाल जाना न कभी उन्हें रोकने की कोशिश की। अब इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय की छात्र राजनीति गर्म होने लगी है और डेलीगेसी में समर्थन जुटाने की तैयारी चल रही है।

छात्रावासों में किया जा रहा जनसंपर्क

यूं तो विश्वविद्यालय के सभी छात्रावास बंद हैं लेकिन इनमें तमाम छात्र रह रहे हैं। छात्र नेता छात्रसंघ के लिए समर्थन जुटाने की मुहिम में लगे हुए हुए हैं। कभी ताराचंद छात्रावास तो कभी एसएसएल में तो कभी डायमंड जुबली में बैठक व जनसंपर्क का दौर चल रहा है। अब यह मुहिम शहर के मोहल्लों में भी पहुंचने लगी है।

आंदोलन का कारवां बढ़ाने की तैयारी

छात्र नेताओं ने इसके लिए हर स्तर पर समर्थन जुटाने की कवायद शुरू की है। पहले अलग-अलग दलों के नेताओं से समर्थन जुटाया गया फिर पूर्व छात्र नेताओं से भी समर्थन मांगा गया। अब आम छात्रों को साथ लेने का प्रयास है। हालांकि अभी डेलीगेसी में भी अधिक छात्र नहीं मिल रहे हैं लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही यह कारवां बढ़ेगा। इसके परिणाम में विश्वविद्यालय परिसर में दिखेंगे।

chat bot
आपका साथी