Allahabad University: प्रोफेसर रामसेवक दुबे बने विश्‍वविद्यालय में संस्कृत विभाग के नए अध्यक्ष

Allahabad University प्रोफेसर राम सेवक दुबे को विश्‍वविद्यालय में संस्‍कृत विभाग का अध्‍यक्ष बनाया गया है। उनके पास वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष पद का भी दायित्व है। वह शिक्षकों के हितों की आवाज भी उठाते रहते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:31 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:31 AM (IST)
Allahabad University: प्रोफेसर रामसेवक दुबे बने विश्‍वविद्यालय में संस्कृत विभाग के नए अध्यक्ष
इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय में संस्‍कृत विभाग के नए अध्‍यक्ष प्रोफेसर राम सेवक दुबे।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के प्रोफेसर राम सेवक दुबे को नया विभागाध्यक्ष बनाया गया है। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने इस आशय का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। कुलपति के निर्देश के बाद प्रोफेसर राम सेवक सुबह 11 बजे प्रो. उमाकांत से पदभार लेंगे। इसके बाद वह नए दायित्व को संभालेंगे। बता दें कि संस्कृत विभाग के अध्यक्ष का जिम्मा अब तक प्रोफेसर उमाकांत यादव के पास था। यह वही प्रोफेसर हैं, जिनके प्रस्ताव पर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के लोगों में बदलाव किया गया।

वर्तमान में शिक्षक संघ के अध्यक्ष हैं प्रो. दुबे

प्रोफेसर राम सेवक दुबे के पास वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष पद का भी दायित्व है। इसके अलावा वह अखिल भारतीय शिक्षक संघ (फेडकुटा) के उपाध्यक्ष भी हैं। वह शिक्षकों के हितों की आवाज भी उठाते रहते हैं।

विश्‍वविद्यालय के तेवरदार चीफ प्राक्टर रहे प्रो. दुबे

प्रोफेसर राम सेवक दुबे इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर भी रह चुके हैं। उनकी छवि तेवरदार चीफ प्राक्टर की मानी जाती थी। वह ऐसे चीफ प्राक्टर थे, जो परिसर में अनुशासनहीनता कत्तई बर्दाश्त नहीं करते थे। कैंपस में अनुशासन बनाए रखने के लिए वह तमाम छात्रों का निलंबन और निष्कासन भी कर चुके हैं।

पद से दे दिया था इस्तीफा

प्रो. राम सेवक दुबे की चीफ प्रॉक्टर के पद पर नियुक्ति प्रो. रतन लाल हांगलू के कार्यकाल में हुई थी। प्रो. हांगलू के कार्यकाल में भी उन्होंने कई बार इस्तीफा दिया, लेकिन स्वीकार नहीं हुआ। हालांकि, जब प्रो. हांगलू का ऑडियो टेप प्रकरण सामने आया था, तब प्रो. राम सेवक दुबे की जगह प्रो. एचएस उपाध्याय को चीफ प्राक्टर बना दिया गया था और उसी वक्त छात्रसंघ का चुनाव हुआ था। इसके बाद प्रो. दुबे फिर चीफ प्राक्टर बन गए थे। प्रो. हांगलू ने जब इस्तीफा दिया, उस वक्त भी प्रो. राम सेवक दुबे ने इस्तीफा दिया था, लेकिन तत्कालीन कार्यवाहक कुलपति प्रो. केएस मिश्र ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। बाद में प्रो. आरआर तिवारी ने त्यागपत्र स्वीकार कर लिया।

chat bot
आपका साथी