Allahabad University: प्रवेश परीक्षा दिए बगैर भी विश्वविद्यालय में मिल सकेगा दाखिला, जानिए कैसे
Allahabad University इस स्पेशल कोटे का नाम है फारेन नेशनल कोटा। इसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं का सीधे नामांकन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हो जाता है। इस कोटे का मतलब यह है कि अगर आप विदेशी नागरिक हैं तो आपके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दरवाजा बिना प्रवेश परीक्षा दिए खुला है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 के तहत दाखिले के लिए 18 अक्टूबर से शुरू हुए प्रवेश परीक्षाओं का दौर 30 अक्टूबर को एलएलबी की प्रवेश परीक्षा के साथ संपन्न होगा। वैसे कुछ शर्तों को पूरा करने वाले छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में बिना प्रवेश परीक्षा के ही दाखिला मिलने की भी सुविधा है। इस खबर के माध्यम से उस कोटे के बारे में आपको बताएंगे, जिसके अंतर्गत इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बिना प्रवेश परीक्षा दिए ही नामांकन हो जाता है। इस कोटे से विश्वविद्यालय में यूजी, पीजी, आइपीएस, ला और रिसर्च में दाखिला मिल सकता है। सभी में सीधे प्रवेश मिल जाता है। इसके लिए प्रवेश परीक्षा देने की जरूरत नही होती है।
यह है वह स्पेशल कोटा
इस स्पेशल कोटे का नाम है फारेन नेशनल कोटा। इसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं का सीधे नामांकन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हो जाता है। इस कोटे का मतलब यह है कि अगर आप विदेशी नागरिक हैं तो आपके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दरवाजा बिना प्रवेश परीक्षा दिए खुला है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह सिर्फ फारेन नेशनल के लिए है एनआरआइ को भी इस कोटे से बाहर रखा गया है।
आइसीसीआर के अलावा भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय का विशेष प्रावधान
आइसीसीआर यानी इंडियन काउंसिल फार कल्चर रिलेशन संस्थान के अंतर्गत विदेशी छात्रों को भारत के संस्थानों में पढने का अवसर कम फीस पर मिलता है। साथ ही उन्हे फेलोशिप भी मिलती है। जिसके अंतर्गत देश के सभी विश्वविद्यालयों में छात्र भेजे जाते हैं। इस कोटे के तहत इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष 11 छात्र आए थे लेकिन पांच छात्रों ने नामांकन लिया था।
सुपर न्यूमरी कोटा के तहत विदेशी छात्रों को अवसर
इस बार इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने आइसीसीआर के अलावा भी अगर कोई विदेशी छात्र सीधे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना चाहता है तो उसे आइसीसीआर के बराबर ही शुल्क पर सुपर न्यूमरी कोटा के अंतर्गत एडमिशन मिल सकता है। इससे कि अंतरराष्ट्रीय छात्र ज्यादा से ज्यादा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिस्सा बन सकें। इसके लिए विश्वविद्यालय में एक अलग विभाग होता है। इसकी जिम्मेदारी वर्तमान में भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एआर सिद्दीकी के पास है।