Covid 19 Vaccination: 'महामारी के दौर में भारत की पहचान सहिष्णु देश के रूप में फिर स्थापित हुई'
Covid 19 Vaccination पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक कहती हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में भारत ने विश्व के 50 से अधिक देशों मे दवाइयों और चिकित्सा से संबंधित वस्तुओं का निर्यात किया। इससे अपनी सहृदयता सहयोगिता की भावना को भी उजागर किया है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी से मुक्त होने का एकमात्र उपचार टीकाकरण ही है। इसका कोई विकल्प नहीं है। सदियों तक चेचक महामारी की पीड़ा को भुगतने वाले लोगों के दुखों का अंत भी उस टीके से ही हुआ था, जिसका सर्वप्रथम प्रयोग अंग्रेज विज्ञानी डॉ. एडवर्ड जेनर ने किया था। यह कहना है पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रेमा राय का।
बोलीं, वैक्सीन को लेकर भारत की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण होगी
पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक कहती हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में भारत ने विश्व के 50 से अधिक देशों मे दवाइयों और चिकित्सा से संबंधित वस्तुओं का निर्यात किया। इससे अपनी सहृदयता, सहयोगिता की भावना को भी उजागर किया है। उदार पड़ोसी की छवि भी रखी है। वैक्सीन के स्तर पर भी भारत की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण होने जा रही है। संसार में वसुधैव कुटुंबकम का उद्घोष करनेवाला भारत अपने वचनों से ही नहीं कृत्यों से भी विश्व के समक्ष उदाहरण रख रहा है। पूरी दुनिया को अपना परिवार मानने की सांस्कृतिक को भी बढ़ाया जा रहा है। इसके जरिए शाश्वत मानवीय मूल्यों को जीवंत बनाया जा रहा है।
सच्चे देश प्रेमी भारतीय के रूप मे सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए
उन्होंने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए और एक सच्चे देश प्रेमी भारतीय के रूप मे सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए। राजनीति तो रंग बदलती रहेगी, लोग आते रहेंगे और जाते रहेंगे। दल भी बनते और बिगड़ते रहेंगे लेकिन यह देश, इसकी संस्कृति व संस्कार सदैव रहेगा। यही हम सब की पहचान है। इसे किसी भी सूरत में नकारात्मक न होने देना भी हम सब का दायित्व है। तमाम राजनीतिज्ञ निजी लाभ के लिए बयान दे रहे हैं या फिर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। आम जनमानस को जमीनी सच्चाई को समझना होगा। उसके अनुरूप कार्य भी करना होगा। कोरोना के वैक्सीन अभियान को पूरा सहयोग भी देना होगा। यह प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है।