Allahabad Central University : सात फीसद अतिरिक्त अंक के साथ प्रोन्नत होंगे स्‍नातक के छात्र, नोटिफिकेशन जारी

Allahabad Central University अब परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रमेन्द्र कुमार सिंह की तरफ से जारी फॉर्मूले के मुताबिक स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को द्वितीय वर्ष में प्राप्त अंक के साथ सात फीसद अतिरिक्त अंक विषयवार दिए जाएंगे। जिससे उनके अच्छे अंक पाने का ख्वाब भी अधूरा न रहे।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 08:25 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 08:25 PM (IST)
Allahabad Central University : सात फीसद अतिरिक्त अंक के साथ प्रोन्नत होंगे स्‍नातक के छात्र, नोटिफिकेशन जारी
सात फीसद अतिरिक्त अंक के साथ छात्रों को प्रोन्नत करने पर अंतिम मुहर लगी है।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) समेत संघटक कॉलेजों में सत्र 2020-21 में प्रोन्नत किए गए स्नातक पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए आखिरकार फार्मूला तय कर दिया गया। सात फीसद अतिरिक्त अंक के साथ छात्रों को प्रोन्नत करने पर अंतिम मुहर लगी है। यह फॉर्मूला इविवि के आधिकारिक वेबसाइट पर भी है। हालांकि, अभी परास्नातक के लिए कोई फार्मूला तय नहीं किया जा सका।

इस फार्मूले पर पदोन्‍नत होंगे छात्र

दरअसल, परीक्षा समिति की बैठक में स्नातक द्वितीय वर्ष को प्रोन्नत किए जाने और तृतीय वर्ष वालों को बगैर परीक्षा उत्तीर्ण करने का निर्णय लिया गया था। अब परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रमेन्द्र कुमार सिंह की तरफ से जारी फॉर्मूले के मुताबिक स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को द्वितीय वर्ष में प्राप्त अंक के साथ सात फीसद अतिरिक्त अंक विषयवार दिए जाएंगे। जिससे उनके अच्छे अंक पाने का ख्वाब भी अधूरा न रहे।

बैकपेपर में भी यही फार्मूला

बीए और बीएससी के जिन छात्र-छात्राओं का बैक लगा है, उन्हेंं भी प्रत्येक विषय में द्वितीय वर्ष में प्राप्त अंक के साथ सात फीसद अधिक अंक दिए जाएंगे। बीकॉम और बीएससी होमसाइंस के छात्रों को स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष में मिले औसत अंक को आधार मानते हुए प्रत्येक विषय में सात फीसद अधिक अंक दिए जाएंगे। यदि स्नातक द्वितीय वर्ष में किसी विषय में दो प्रश्नपत्र और तृतीय वर्ष में तीन प्रश्नपत्र होंगे तो दो प्रश्नपत्र में प्राप्त औसत अंक को आधार मानकर तीसरे प्रश्नपत्र में अंक दिए जाएंगे। यदि स्नातक द्वितीय वर्ष में किसी विषय के प्रश्नपत्र में 50 फीसद अंक मिलते हैं और तृतीय वर्ष में 75 फीसद अंक मिलते हैं तो इसके लिए सरल स्केलिंग प्रक्रिया अपनाई जाएगी। सर्वोच्च अंक दिया जाने वाला अधिकतम अंक होगा और सबसे कम अंक उत्तीर्ण की श्रेणी में माना जाएगा। वाइवा और प्रैक्टिकल के अंक संबंधित विभाग की तरफ से दिए जाएंगे।

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