इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने छोड़ा हॉस्टल Prayagraj News

दरअसल पिछले दिनों ऋचा ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन से मिलकर इविवि प्रशासन की शिकायत की थी। यह मसला संसद में भी उछला था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 11:53 AM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 03:28 PM (IST)
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने छोड़ा हॉस्टल Prayagraj News
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने छोड़ा हॉस्टल Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने तमाम आरोप-प्रत्यारोप के बाद आखिरकार हॉल ऑफ रेजीडेंस हॉस्टल से कमरा खाली कर दिया। अब इविवि प्रशासन ने पत्र जारी कर ऋचा से 23 हजार आठ सौ रुपये बकाए की मांग की है।

यूजीसी के चेयरमैन से की थी इविवि प्रशासन की शिकायत

दरअसल, पिछले दिनों ऋचा ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन से मिलकर इविवि प्रशासन की शिकायत की थी। यह मसला संसद में भी उछला था। इस पर इविवि प्रशासन ने पिछले मंगलवार को ऋचा और संबंधित ठेकेदार के बीच बातचीत का ऑडियो जारी कर आरोप लगाया कि ऋचा ने ठेकेदार को धमकी दी और उस पर दबाव बनाने की कोशिश की। इसी बीच इविवि प्रशासन ने ऋचा पर हॉल ऑफ रेजिडेंस हॉस्टल में अवैध तरीके से रहने का आरोप लगाते हुए नोटिस भी जारी किया।

23,800 रुपये का बकाया नहीं जमा करने का आरोप

इविवि ने दोबारा नोटिस जारी कर उन्हें एक दिन का समय दिया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे और डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने पत्र जारी कर बताया कि ऋचा ने सात दिसंबर को ही हॉस्टल छोड़ दिया। इविवि प्रशासन का कहना है कि ऋचा ने हॉस्टल खाली करते समय अदेयता प्रमाण पत्र नहीं लिया और न गेट पास बनवाया। ऐसे में यह सुनिश्चित नहीं हो सका कि उन्होंने हॉस्टल खाली किया। इविवि प्रशासन ने पत्र में यह भी बताया कि ऋचा ने छह दिसंबर तक का छात्रावास बकाया देयक, सत्र 2018-19 का समर चार्ज तीन हजार रुपये, सत्र 2019-20 का छात्रावास चार्ज 14,500 रुपये, तीन माह का मेस चार्ज 6300 रुपये नहीं जमा किया। ऐसे में वह हॉस्टल अधीक्षिका के नाम 23,800 रुपये बैंक ड्राफ्ट जमा करें। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह का कहना है कि नोटिस मिली तो मैं दिल्ली में थी लेकिन सहयोगी के माध्यम से सात दिसंबर को हॉस्टल खाली कर दिया। हॉस्टल की पूरी फीस जमा है। इसकी रसीद भी मेरे पास है। इविवि प्रशासन बदले की भावना से मानसिक तौर पर प्रताडि़त कर रहा है।

देर रात इविवि पहुंची महिला आयोग की टीम

  देर रात राष्ट्रीय महिला आयोग की छह सदस्यीय टीम शहर पहुंची। टीम ने सबसे पहले पूर्व अध्यक्ष ऋचा से करीब ढाई घंटे सर्किट हाउस में पूछताछ की। इसके बाद महिला छात्रावास पहुंचकर छात्राओं से भी पूछताछ की।

सर्किट हाउस में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा ने टीम से इविवि के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू की भी शिकायत की। महिला उत्पीडऩ के सभी आरोपितों से संबंधित 200 पेज की रिपोर्ट आयोग के सदस्यों को सौंपी। टीम ऋचा से बात करने के बाद महिला छात्रावास गई। वहां छात्राओं से मुलाकात कर उनसे पूछताछ की। इस दौरान महिला आयोग के संज्ञान में आया कि इविवि प्रशासन और छात्रावास अधीक्षक छात्राओं को धमकाते हैं। टीम मामले की जांच में जुटी है। पूछताछ के दौरान वुमेन एडवाइजरी बोर्ड की पूर्व चेयरमैन प्रो. रंजना कक्कड़ भी मौजूद रहीं।

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