यह भी जानिए, ​​​​​दिल्ली के बाद Allahabad University में सबसे ज्यादा रिक्त हैं शिक्षकों और कर्मचारियों के पद

रिक्त पदों के मामले में इविवि देश में दूसरे नंबर पर है। इविवि में अब तक स्थायी कुलपति नहीं होने की वजह से भर्ती प्रक्रिया पर ग्रहण लगने का दावा किया जा रहा था। स्थायी कुलपति मिलने के बाद भी अब तक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 01:16 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 01:16 PM (IST)
यह भी जानिए, ​​​​​दिल्ली के बाद  Allahabad University में सबसे ज्यादा रिक्त हैं शिक्षकों और कर्मचारियों के पद
समय पर नियुक्ति नहीं होने से केंद्रीय विवि की स्थिति भी खराब होती जा रही है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। यह भी एक चौंकाने वाली ही बात कही जा सकती है। अपने देश में डीयू यानी दिल्ली विश्वविद्यालय के बाद इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक के सर्वाधिक पद खाली हैं। यानी रिक्त पदों के मामले में इविवि देश में दूसरे नंबर पर है। इविवि में अब तक स्थायी कुलपति नहीं होने की वजह से भर्ती प्रक्रिया पर ग्रहण लगने का दावा किया जा रहा था। स्थायी कुलपति मिलने के बाद भी अब तक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी। ऐसे में तमाम सवाल भी उठ रहे हैं। प्रस्तुत है दैनिक जागरण के वरिष्ठ उप संपादक गुरुदीप त्रिपाठी की खास रिपोर्ट...।

केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में दी जानकारी

देश के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में करीब 20 हजार शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक पद रिक्त पड़े हैं। इन पदों पर नियुक्ति नहीं होने से कार्य प्रभावित हो रहे हैं। समय पर नियुक्ति नहीं होने से केंद्रीय विवि की स्थिति भी खराब होती जा रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में रिक्त पदों के बारे में पूरी जानकारी सांसद नीरज शेखर के अतारांकित प्रश्नों के जवाब में दी। उन्होंने एक अप्रैल 2021 तक के रिक्त पदों के बारे में पूरा ब्योरा उपलब्ध कराया।

यह है पूरब के आक्सफोर्ड का हाल

दिल्ली विश्वविद्यालय में टीचिंग के सर्वाधिक 846 पद रिक्त हैं। इसके बाद 863 पदों के सापेक्ष पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इविवि में 598 पद खाली हैं। इविवि में सिर्फ 265 शिक्षक ही कार्यरत हैं। इस बीच कई शिक्षक रिटायर्ड भी हुए हैं। इसके अलावा नान टीचिंग के लिए स्वीकृत 1389 पदों के सापेक्ष 620 पद खाली पड़े हैं। इस लिहाज से इविवि रिक्त पदों में देशभर में दूसरे नंबर पर है।

बेरोजगारों के लिए बड़ा अवसर

केंद्रीय विवि में खाली पदों को यदि भरा जाए तो करीब 20 हजार बेरोजगार युवाओं को मौका मिल सकता है। उच्च शिक्षा प्राप्त लाखों छात्र इन रिक्तियों को पूरा करने की अर्हता रखते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि अजीब विडंबना है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों जैसे अति महत्वपूर्ण संस्थानों में भी इतनी भारी मात्रा में पद रिक्त हैं। जबकि लाखों छात्र नेट-पीएचडी कर बेरोजगार हैं।

नंबर गेम

45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों में पहले नंबर पर दिल्ली विवि

20 हजार शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक पद रिक्त हैं केंद्रीय विवि में

598 पद खाली हैं इलाहाबाद केंद्रीय विवि में इलाहाबाद विवि में

620 पद कर्मचारियों के रिक्त पड़े हैं पर नहीं हो रही है भर्ती

01 अप्रैल 2021 तक के रिक्त पदों के बारे में शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

रिक्त पदों वाले टाप-5 विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय टीचिंग पद नान टीचिंग पद

दिल्ली विवि 846 2259

इलाहाबाद विवि 598 620

बनारस हिंदू विवि 422 3695

जेएनयू 308 651

हरि सिंह गौर केंद्रीय विवि 227 328

पीआरओ का है कहना

शिक्षक और गैर शिक्षक वर्गों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। पदों का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। विद्वत परिषद और कार्य परिषद की संस्तुति के बाद शीघ्र ही भर्ती प्रक्रिया को शुरू किए जाने की कोशिश होगी।

डाक्टर जया कपूर, पीआरओ, इविवि।

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