Corona के बाद अब Viral Fever का बढ़ा संक्रमण, आप अपना व बच्चों का ऐसे रखें ख्याल
बेली अस्पताल के डाक्टर मंसूर अहमद कहते हैं कि आजकल बच्चों का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि कभी ठंडे कभी गरम मौसम का असर बच्चों पर जल्दी होता है। उन्हें ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे धूप न लगने पाए और मच्छरों से बचत हो। घर में एसी का इस्तेमाल आजकल न करें।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना के बाद अब वायरल बुखार बड़ी तेजी से अपना प्रभाव जमा रहा है। कहीं एक दो सदस्य तो कहीं पूरा परिवार सर्दी, जुकाम, बुखार से ग्रसित हैं। अस्पतालों की ओपीडी में एलोपैथिक इलाज के लिए बड़ी तादाद में लोग पहुुंच रहे हैं। वहीं होम्योपैथिक और यूनानी पद्धति के डाक्टरों की क्लीनिक पर भी मरीजों, खासकर बच्चों को लेकर तीमारदारों की भीड़ जुट रही है। अचरज की बात तो यह है कि जांच में न तो यह बुखार मलेरिया निकल रहा है और न ही टाइफाइड। ऐसे मरीजों में कोरोना के लक्षण भी नहीं दिखने से डाक्टर साधारण एंटीबायोटिक और पैरासीटामाल से ही इलाज कर रहे हैं।
खांसते या छींकते समय मुंह व नाक को रुमाल से ढंकें : डा. संजीव
प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के फिजीशियन डा. संजीव यादव कहते हैं कि आजकल साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वायरल फीवर नहीं भी है तो भी खांसते या छींकते समय मुुंह और नाक को रुमाल से ढंक लें। घर से बाहर हैं तो मास्क जरूर लगाए रहें। इससे अपनी बचत होगी और दूसरों की भी। कुछ खाने से पहले और वाशरूम का प्रयोग करने के बाद हाथ को अच्छी तरह साबुन से धुलें। वायरल बुखार है तो राहत पाने के लिए खूब पानी पीजिए। इसके अलावा जूस या नारियल पानी भी पी सकते हैं। इससे शरीर को ताजगी मिलती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
बच्चों का विशेष ख्याल रखें : डा.मंसूर
बेली अस्पताल के डाक्टर मंसूर अहमद कहते हैं कि आजकल बच्चों का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि कभी ठंडे कभी गरम मौसम का असर बच्चों पर जल्दी होता है। उन्हें ऐसे कपड़े पहनाएं, जिससे धूप न लगने पाए और मच्छरों से बचत हो। घर में एसी का इस्तेमाल आजकल न करें। बच्चों को ठंडा पानी न पीने दें। आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक भी उन्हें न पीने दें। यह सब थोड़े से प्रयास आपको और आप अपने बच्चों को वायरल फीवर की चपेट में आने से बचा सकते हैं।