राज्य विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में मेरिट के आधार पर दाखिला, इंटर में मिले अंकों के आधार पर मिलेगा प्रवेश

कुलपति डॉक्‍टर अखिलेश सिंह ने बताया कि कोरोना के चलते मेरिट के आधार पर छात्र-छात्राओं को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। फिलहाल जुलाई के दूसरे सप्ताह में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:10 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:10 PM (IST)
राज्य विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में मेरिट के आधार पर दाखिला, इंटर में मिले अंकों के आधार पर मिलेगा प्रवेश
राज्य विश्वविद्यालय के नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेश के लिए छात्र-छात्राओं को प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी।

प्रयागराज,जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेश के लिए छात्र-छात्राओं को प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों को प्रवेश देने का निर्णय लिया है। यही व्यवस्था मंडल के चारों जिलों (प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फतेहपुर) के महाविद्यालयों में भी लागू होगी।

प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय ने लिया अहम फैसला

मंडल के चारों जिलों में राज्य विवि से संबद्ध 634 महाविद्यालयों में पढ़ाई होती है। कोरोना के चलते समय से विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में नया सत्र शुरू करना बड़ी चुनौती है। हालात यह हैं कि अब तक नए सत्र कीप्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। सबसे अहम बात तो यह है कि कोरोना की परिस्थितियों को देखते हुए प्रवेश परीक्षा कराना भी बड़ी चुनौती है। अब यदि विवि प्रशासन परिस्थितियों में सुधार का इंतजार करेगा तो सत्र प्रभावित होने के आसार अधिक हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने सत्र प्रभावित होने से बचाने के लिए अहम निर्णय लिया है। इस बार स्नातक और परास्नातक में पिछले प्रदर्शन के अंक को आधार मानते हुए मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए प्रवेश प्रकोष्ठ का गठन कर दिया गया है।

इंटर में मिले अंक के आधार पर स्नातक में छात्र-छात्राओं को मिलेगा दाखिला

प्रवेश प्रकोष्ठ इन सब पहलूओं पर मंथन करने के बाद फार्मूला तैयार कर रिपोर्ट कुलपति को देगी। इसके बाद कुलपति की अध्यक्षता में प्रवेश समिति की बैठक में विस्तृत चर्चा होगी। वहां सर्वसम्मति से मंजूरी मिलने के बाद ही प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल इंटरमीडिएट का परिणाम आने के बाद ही प्रवेश प्रक्रिया में तेजी आएगी।

जुलाई के दूसरे सप्‍ताह से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया

कुलपति डॉक्‍टर अखिलेश सिंह ने बताया कि कोरोना के चलते मेरिट के आधार पर छात्र-छात्राओं को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। फिलहाल जुलाई के दूसरे सप्ताह में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। क्योंकि, 15 सितंबर से नया सत्र शुरू हो जाएगा।

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