प्रतापगढ़ में दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने के मामले में एडीएम हुए सख्त

जिले में धान की खरीद शुरू है। पहले फेज में पीसीएफ के 17 केंद्र बनाए गए थे। किसानों की सहूलियत के लिए दूसरे फेज में पीसीएफ के सात क्रय केंद्र बनाए गए। इसमें कौशिल्यापुर सहित कुछ अन्य केंद्रों पर पिछले साल खरीद के दौरान केंद्र प्रभारियों ने गड़बड़झाला किया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:11 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:11 PM (IST)
प्रतापगढ़ में दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने के मामले में एडीएम हुए सख्त
किसानों की सहूलियत के लिए दूसरे फेज में पीसीएफ के सात क्रय केंद्र बनाए गए हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने के मामले में कई बिंदुओं पर जांच शुरू हो गई है। वहीं दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने को लेकर जिला प्रबंधक पीसीएफ ने एआर कोआपरेटिव पर आरोप लगाया है। हालांकि इस पूरे मामले की रिपोर्ट एडीएम ने डिप्टी आरएमओ से मांगी है। इसमें दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने वाले अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है।

गड़बड़ी करने वाले फिर बने केंद्र प्रभारी

जिले में धान की खरीद 15 अक्टूबर से शुरू है। पहले फेज में पीसीएफ के 17 केंद्र बनाए गए थे। किसानों की सहूलियत के लिए दूसरे फेज में पीसीएफ के सात क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इसमें कौशिल्यापुर सहित कुछ अन्य केंद्रों पर पिछले साल खरीद के दौरान केंद्र प्रभारियों ने गड़बड़झाला किया था। उनको फिर से क्रय केंद्र बना दिया गया। वहीं पीसीएफ के जिला प्रबंधक धीरेंद्र कुमार के मुताबिक हाल में ही उन्होंने विभाग का चार्ज लिया। उनको दागी समितियों के बारे में जानकारी नहीं थी।

जांच के बाद निरस्त होंगे केंद्र

 पीसीएफ के जिला प्रबंधक ने बताया कि एआर कोआपरेटिव ने जिन केंद्रों की रिपोर्ट दी थी, उस पर सहमति जता दी गई। अगर यह पता होता कि इन केंद्रों पर गड़बड़ी की गई है तो उसे कतई केंद्र न बनाया जाता। फिलहाल जांच के बाद ऐसे केंद्र निरस्त कर दिए जाएंगे। उनको क्रय केंद्र नहीं बनाया जाएगा। एडीएम शत्रोहन वैश्य ने बताया कि दागी समितियों को क्रय केंद्र बनाने का मामला गंभीर है। डिप्टी आरएमओ से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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