प्रयागराज में ऑक्सीजन के अभाव में नहीं जाएगी किसी की जान, जरूरत पर तत्काल उपलब्ध होगी
इलाहाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन ने भी जरूरत महसूस करते हुए आक्सीजन बैंक की स्थापना की है। यह बैंक नगर क्षेत्र में गर्ल्स हाई स्कूल के पास यूनियन चर्च के सामने खोला गया है। यहां मेडिकल ऑक्सीजन की हर समय उपलब्धता रहेगी।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में सैकड़ों लोगों की सिर्फ इसलिए जान चली गई, क्योंकि संक्रमितों के आक्सीजन का स्तर अचानक घट गया था और ऐन वक़्त पर उन्हें आक्सीजन नहीं मिल सकी। इसकी पुनरावृत्ति न हो इसलिए प्रयागराज में आक्सीजन का खजाना भर लिया गया है। आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था होने से जरूरतमंद को भटकना नहीं पड़ेगा और उन्हें फौरन ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगी।
कोरोना की दूसरे लहर में आक्सीजन के अभाव में सैकड़ों लोगों की गई थी जान
अपैल माह तक आक्सीजन केवल नैनी में ही दो अलग अलग प्लांट से मिल रही थी। इसमें एक प्लांट पारेरहाट केमिकल्स और एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित प्लांट से ऑक्सीजन मिल रही थी। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में निजी प्लांट लगा हुआ है। अचानक मांग बढ़ी तो सभी को आक्सीजन नहीं मिल पाई। आक्सीजन के अभाव में ही सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी।
प्रयागराज में खुला एक और आक्सीजन बैंक
इलाहाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन ने भी जरूरत महसूस करते हुए आक्सीजन बैंक की स्थापना की है। यह बैंक नगर क्षेत्र में गर्ल्स हाई स्कूल के पास यूनियन चर्च के सामने खोला गया है। यहां मेडिकल ऑक्सीजन की हर समय उपलब्धता रहेगी।
तेलियरगंज में संचालित है प्लांट
नैनी की तरह ही पारेरहाट केमिकल्स का एक प्लांट तेलियरगंज में भी संचालित है। इसके अलावा कॉल्विन अस्पताल, झूंसी स्थित कोटवा एट बनी अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालत में एक और प्लांट लगाने का काम शुरू हो गया है। कुछ प्राइवेट एजेंसियों ने भी अब ऑक्सीजन पर काम शुरू किया है। जल्द ही इन एजेंसियों के भी अपने बैंक होंगे।
इधर ऑक्सीजन बैंक उधर एंटीबाडी मजबूत
कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। संक्रमण फैला भी तो ज्यादा दिक्कत अब नहीं आने वाली क्योंकि तब तक सभी जरूरतें पूरी हो चुकी होंगी। पिछले दिनों हुए सीरो सर्विलांस में पता चला है कि अधिकांश लोगों व बच्चों में एंटीबाडी डेवलप हो चुकी है। आक्सीजन बैंक भी भरपूर हैं। इसलिए कोरोना या इस जैसी अन्य बीमारियों में मरीज की ऑक्सीजन घटी भी तो आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।