Shine City: गुजरात में छिपा था फ्राड कंपनी का एडिशनल डायरेक्टर, प्रयागराज लौटने पर पुलिस ने दबोचा

एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि पिछले साल सिविल लाइंस थाने में शाइन सिटी के सीएमडी समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमे लिखे गए थे। मुकदमे की विवेचना बाद में क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। एक मुकदमे को छोड़कर बाकी केस ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर हो गया है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 09:07 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:36 AM (IST)
Shine City: गुजरात में छिपा था फ्राड कंपनी का एडिशनल डायरेक्टर, प्रयागराज लौटने पर पुलिस ने दबोचा
गिरफ्तारी से बचने के लिए भाग गया था गुजरात, एसओजी ने सिविल लाइंस से दबोचा

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। औने-पौने दाम पर अच्छी लोकेशन में जमीन और मकान देने के नाम पर अरबों रुपये की ठगी करने वाली रियल एस्टेट कंपनी शाइन सिटी का एडिशनल डायरेक्टर मोहम्मद इजहार आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह पिछले एक साल से फरार चल रहा था और गिरफ्तारी के बचने के लिए गुजरात भाग गया था। मंगलवार देर रात जब वह सिविल लाइंस स्थित हाईकोर्ट पेट्रोल टंकी के पास पहुंचा तभी एसओजी टीम ने घेरकर उसे दबोच लिया। उससे अरबों की इस ठगी के बारे में पूछताछ की जा रही है। इस केस में 50 हजार रुपये का इनामी कंपनी का सीएमडी राशिद नसीम और नैनी के जसीन समेत कई आरोपित अभी फरार चल रहे हैं।

पिछले साल लिखा गया था मुकदमा

एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि पिछले साल सिविल लाइंस थाने में शाइन सिटी के सीएमडी समेत कई लोगों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे लिखे गए थे। उस मुकदमे की विवेचना बाद में क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। एक मुकदमे को छोड़कर बाकी केस ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर हो गया है। जांच के दौरान पता चला कि उतरांव थाना क्षेत्र के कहरा गांव निवासी मोहम्मद इजहार पुत्र मोहम्मद मल्ताफ शाइन सिटी कंपनी में बतौर एडिशनल डायरेक्टर काम कर रहा था। वह जमीनों की रजिस्ट्री करता था। मुकदमे में नाम सामने आने के बाद वह फरार हो गया और फिर गुजरात में जाकर छिप गया था। तब से पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी थी।

गुजरात से लौटा तो घेर लिया पुलिस ने

मंगलवार रात गुजरात से वापस शहर आने पर एसओजी गंगापार प्रभारी मनोज सिंह तथा एसओजी यमुनापार प्रभारी संतोष सिंह ने टीम के साथ उसे हाई कोर्ट के पास गिरफ्तार कर लिया। फिर उसे सिविल लाइंस थाने में दाखिल किया गया। इससे पहले इजहार की गिरफ्तारी के लिए ईओडब्ल्यू ने कहरा गांव में उतरांव पुलिस के साथ छापेमारी की थी। उसके न मिलने पर राशिद नसीम के तीन सालों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था। 

chat bot
आपका साथी