करोड़ों रुपये में खरीदे एसी और कूलर गोदाम में डंप, कोरोना महामारी ने कारोबारियों की उम्मीदों पर फेरा पानी

आशा एंड कंपनी के प्रवीण मालवीय का कहना है कि इस बार शादियां तेज होने की उम्मीद थीं क्योंकि पिछले साल भी शादियां कोरोना के कारण स्थगित हो गई थीं। इस बार भी कोरोना के तेजी से फैल जाने से अब शादियां भी कम होंगी। ऐसे में कारोबार मंदा रहेगा

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 01:54 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:43 PM (IST)
करोड़ों रुपये में खरीदे एसी और कूलर गोदाम में डंप, कोरोना महामारी ने कारोबारियों की उम्मीदों पर फेरा पानी
इस सीजन में अब आगे भी एसी और कूलर के बिकने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। पिछले साल गर्मी शुरू होते ही कोरोना वायरस फैल गया था, जिसकी वजह से एसी और कूलर की बिक्री बहुत कम हुई थी। इस बार भी गर्मी चालू होते ही इस महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इसकी वजह से इस बार भी एसी और कूलर बिकना बंद हो गया है। इलेक्ट्रानिक्स कारोबारियों द्वारा करोड़ों रुपये के खरीदे गए माल गोदामों में डंप हो गए हैं। फिलहाल, इस सीजन में अब आगे भी एसी और कूलर के बिकने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। 


जनवरी-फरवरी में ही कारोबारियों ने स्टॉक कर लिया था माल

कॉपर, लोहे और प्लास्टिक के दाम तेजी के कारण इलेक्ट्रानिक्स आइटम बनाने वाली कंपनियों ने डिस्ट्रीब्यूटरों से माल की कमी होने का अंदेशा पहले ही जता दिया था। कच्चे माल की कमी के कारण उत्पादन भी पर्याप्त नहीं हो रहा था। ऐसे में डिस्ट्रीब्यूटरों ने बैंकों से लोन लेकर अथवा पैसे का किसी तरह से इंतजाम करके जनवरी-फरवरी में ही एसी और कूलर का स्टॉक कर लिया था। अमूमन इन इलेक्ट्रानिक्स आइटमों की बिक्री होली के बाद चालू होती है मगर, होली के बाद से ही इस महामारी के विकराल रूप ले लेने से एसी और कूलर की बिक्री ही थम गई, क्योंकि डॉक्टरों ने भी इस महामारी से बचाव के लिए एसी और कूलर न चलाने की सलाह लोगों को दी है। 

शादियां भी कम हो पाएंगी

आशा एंड कंपनी के प्रवीण मालवीय का कहना है कि इस बार शादियां तेज होने की उम्मीद थीं, क्योंकि पिछले साल भी शादियां कोरोना के कारण स्थगित हो गई थीं। इस बार भी कोरोना के तेजी से फैल जाने से अब शादियां भी कम होंगी। शादियों में एसी और कूलर की अच्छी बिक्री होती है। मगर, अब ऐसा होना मुश्किल है। आगे भी बिक्री की उम्मीद नहीं है। सारा माल डंप है। इलेक्ट्रानिक्स आइटमों के एक अन्य व्यापारी प्रीतोष मकीजा का कहना है कि कर्ज लेकर माल खरीदा था। बिक्री न होने से आइटमों पर धूल की परत जम गई है।

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