Bird Flu के खौफ में भी इस नौजवान का पक्षियों के प्रति प्रेम नहीं कम हुआ, अब भी दे रहे खुराक Prayagraj News
यहां हम बात कर रहे हैं प्रयागराज शहर के आनंद हॉस्पिटल चौराहे के पास रहने वाले एक नौजवान की। उनका पक्षियों से अभी भी उतना ही लगाव है। वे तीन बुलबुल का पालन पोषण कर रहे हैं। वह अन्य पक्षियों को खुराक भी दे रहे हैं।
जेएनएन, [अतुल यादव]। देश में बर्ड फ्लू की दस्तक से हर कोई सतर्क है। चिकन कारोबार धड़ाम हो गया है। पोल्ट्री फार्म संचालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिला प्रशासन समेत पशु चिकित्सा विभाग भी सतर्कता बरत रहा है। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाकर हेल्पलाइन जारी किया गया है। लोग पक्षियों के पास नहीं जा रहे हैं। ऐसे में प्रयागराज के एक नौजवान का पक्षियों के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ है। वह पक्षियों को नियमित रूप से खुराक देने से भी कतरा नहीं रहा है।
पप्पू चायवाले से आप भी रूबरू होइए
जी हां, यहां हम बात कर रहे हैं प्रयागराज शहर के आनंद हॉस्पिटल चौराहे के पास रहने वाले एक नौजवान की। उनका पक्षियों से अभी भी उतना ही लगाव है, जितना बर्ड फ्लू के दहशत से पूर्व था। वे तीन बुलबुल का पालन पोषण कर रहे हैं। इसके अलावा वह अन्य पक्षियों को खुराक भी दे रहे हैं। वह हैं आनंद हॉस्पिटल चौराहे के एक नुक्कड़ पर चाय बेचकर आजीविका चलाने वाले पप्पू।
पक्षियों के लिए नियमित खुराक व पानी की करते हैं व्यवस्था
दरअसल, बर्ड फ्लू के खौफ से लोग पक्षियों के पास जाने से कतरा रहे हैं। कानपुर प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि होने के बाद और सतर्कता बरती जा रही है। वहीं हरफनमौला पप्पू ने बर्ड फ्लू के बारे में जिक्र करने पर तपाक से कहते हैं कि अगर हम लोग पक्षियों को उनकी खुराक नहीं देंगे तो उनके जीवन पर भी संकट के बादल छा जाएंगे। इसलिए हम सभी को पक्षियों से प्रेम करना चाहिए। वह प्रतिदिन सुबह उठकर पक्षियों के लिए खुराक का प्रबंध करते हैं और पीने के पानी की व्यवस्था करते हैं।
विशेषज्ञों ने की सूचना देने की अपील
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरपी राय ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम बनाया गया है। पक्षियों की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर 8953995402 व 7017636663 पर सूचना दें। तहसील स्तर पर गठित की गई टीम मौके पर पहुंचेगी और जांच करेगी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रयागराज में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी सतर्कता बरती जा रही है।