प्रयागराज में अपहरण की सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस, अपहर्ताओं को पकड़ा तो मामला कुछ और ही निकला
कंपनी के मालिक अपने कुछ साथियों के साथ सोनू के पिता की तलाश कर वापस आजमगढ़ लौट रहे थे। अलोपीबाग चुंगी के पास सोनू का पिता नजर आ गया। उसे देखकर कंपनी मालिक ने गाड़ी पीछे लगाने को कहा। ज्यों ही वह घर के पास पहुंचा उसे रोक लिया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज शहर में दारागंज क्षेत्र के रहने वाले सोनू नामक युवक ने मंगलवार की रात में दारागंज पुलिस को सूचना दी कि उसके पिता का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है। अपहरणकर्ता कार से आए थे। पुलिस ने तलाश शुरू की और कुछ ही देर बाद सोनू के पिता को बरामद कर लिया। उन लोगों को भी पकड़ा गया, जो उनको ले गए थे। पूछताछ हुई तो पता चला कि मामला लेन-देन का है।
पता बदलकर कर रहा था नौकरी
सोने का पिता आजमगढ़ जनपद में शेयर बाजार से संबंधित एक कंपनी में काम करता था। जिसकी कंपनी थी, उसने सोनू के पिता का बैंक खाता खुलवाया था। शेयर में रुपये लगाने वालों से लेन-देन के लिए उसके खाते में भी रुपये रहते थे। इधर कुछ समय पहले सोनू का पिता वहां से चला आया। मोबाइल भी बंद कर दिया। उसने वहां नैनी का पता लिखवाया था। कंपनी के मालिक व अन्य कर्मचारियों ने उसकी तलाश की तो पता चला कि नैनी का पता फर्जी है।
अलोपीबाग चुंगी पर आया नजर तो किया पीछा
कंपनी के मालिक अपने कुछ साथियों के साथ सोनू के पिता की तलाश कर वापस आजमगढ़ लौट रहे थे। अलोपीबाग चुंगी के पास सोनू का पिता नजर आ गया। उसे देखकर कंपनी मालिक ने गाड़ी पीछे लगाने को कहा। जैसे ही वह अपने घर के पास पहुंचा उसे रोक लिया गया। उसने भागने की कोशिश की तो उसे गाड़ी में बैठा लिया गया। इसके बाद कंपनी के मालिक आदि वहां से निकल गए। सोनू ने अपने पिता को फोन लगाया तो कंपनी के मालिक ने फोन उठाकर कभी अंदावा तो कभी झूंसी बुलाया। कहा कि जब तक उसके रुपये वापस नहीं मिलेंगे, तब तक उसे नहीं छोड़ा जाएगा। हालांकि, सूचना पुलिस को मिली तो कुछ ही देर में अधेड़ को बरामद करते हुए पूरा मामला साफ कर दिया गया।