माघ मेला के लिए 59 करोड़ का बजट स्वीकृत, गंगा पर पीपा पुल बनाया जाना शुरू
पिछले साल की तरह ही इंतजाम करने की तैयारी है। मेला क्षेत्र में पीपे के पांच पुल बनाने और छह सेक्टर में तंबुओं का शहर बसाने की योजना है। दर्जनभर से अधिक विभागों के अधिकारी लगकर मेला की तैयारी शुरू कर दिए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माघ मेला 2022 की तैयारियां अब और जोर पकड़ेंगी। माघ मेले के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को 59 करोड़ रुपये के बजट की स्वीकृति दी थी। साथ ही एडीएम रैंक के अफसर को मेला अधिकारी बनाने पर भी सहमति बनी है। लखनऊ में हुई मुख्यमंत्री की बैठक में यह तय हुआ है। मेले की तैयारी के लिए अब करीब डेढ़ महीने का समय बचा है। इसी में पांटून पुल बनाने, तंबुओं का अस्थायी शहर बनाने और बिजली पानी की व्यवस्था की जाएगी। माघ मेले में सभी विभाग की टीम सक्रिय कर दी गई है।
पिछले साल भी मेला बसाने में लगभग इतना ही खर्च हुआ था
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर मकर संक्रांति (14 जनवरी 2022) से मेले का आगाज हो जाएगा। उससे पहले वहां पर सभी तरह की व्यवस्थाएं करनी होगी। माघ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ बैठक की। बैठक में डीएम संजय कुमार ने मेले के लिए 65 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा। बताया कि पिछले साल भी मेला बसाने में लगभग इतना ही खर्च हुआ था। पिछले साल की तरह ही इंतजाम करने की तैयारी है। मेला क्षेत्र में पीपे के पांच पुल बनाने और छह सेक्टर में तंबुओं का शहर बसाने की योजना है। दर्जनभर से अधिक विभागों के अधिकारी लगकर मेला की तैयारी शुरू कर दिए हैं।
सभी विभागों ने कार्यों का टेंडर कर दिया
सभी विभागों ने होने वाले कार्यों का टेंडर कर दिया है। इस बार बाढ़ का पानी देर तक रुकने से नदी किनारे दलदल है। उसके सूखते ही काम रफ्तार पकड़ेगा। पीपे के पुल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए मेले की भव्यता को बरकरार रखा जाय। कहा कि निर्धारित समय से तैयारियां पूरी कर ली जाय। साथ ही बजट में कुछ कटौती कर दी गई है। डीएम ने बताया कि मेले के 59 करोड़ के बजट की स्वीकृति मिली है।