प्रतापगढ़ जिले में 39 सिपाही लाइन हाजिर, 208 पुलिस कर्मियों का तबादला, जानिए क्या है वजह
लाइन हाजिर किए गए सिपाहियों में लालगंज के निलंबित कोतवाल के हमराही रहे पांच सिपाही भी शामिल हैं। इस कोतवाली में सिपाही आशुतोष यादव की गोली लगने से हुई मौत के मामले में एसपी अनुराग आर्य पांच को लाइन हाजिर किया है वहीं 19 को दूसरे थाने भेज दिया।
प्रतापगढ़,जेएनएन। जिले में पुलिसिंग को सुधारने के लिए अब सिपाहियों को ताश के पत्ते की तरह फेंटा गया है। इनमें लालगंज के 24 पुलिस कर्मी शामिल हैं। साथ ही जिले में 39 सिपाही लाइन हाजिर किए गए हैं और कुल मिलाकर 208 सिपाहियों का तबादला किया गया है।
लालगंज के निलंबित कोतवाल के हमराही रहे पांच सिपाही भी लाइन हाजिर
लाइन हाजिर किए गए सिपाहियों में लालगंज के निलंबित कोतवाल के हमराही रहे पांच सिपाही भी शामिल हैं। इस कोतवाली में सिपाही आशुतोष यादव की गोली लगने से हुई मौत के मामले में एसपी अनुराग आर्य पांच को लाइन हाजिर किया है, वहीं 19 को दूसरे थाने भेज दिया। इस तरह से लालगंज कोतवाली का पूरा स्टॉफ ही बदल गया। इस कार्रवाई में जो 39 सिपाही कुल लाइन हाजिर हुए हैं, उनमें नवाबगंज के तीन, कोतवाली नगर के एक, संग्रामगढ़ के दो, सांगीपुर के दो और बाकी लालगंज व अन्य थानों के हैं। हटाए गए सिपाहियों में कोतवाली नगर के 18 सिपाही हैं। अंतू के पांच, पट्टी सर्किल के दो दर्जन सिपाही इधर से उधर किए गए हैं। यह कार्रवाई उन सिपाहियों पर की गई है, जिनकी आम शोहरत ठीक नहीं थी।
यह रही तबादले की वजह
वह अपराधियों को संरक्षण देने, सूचनाएं लीक करने जैसे काम भी कर जाते थे। जनता से दुव्र्यवहार भी करते थे। साथ ही ऐसे भी सिपाही हैं जो एक जनवरी 2019 से एक ही थाने में अजगर की तरह कुंडली मारक जमे थे। एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पुलिस व्यवस्था में सुधार के लिए यह कदम उठाया गया है। सभी सिपाहियों को तत्काल नई तैनाती पर पहुंच जाने का आदेश दिया गया है।