प्रतापगढ़ में फूड प्वाइजनिंग से मासूमों समेत 27 लोग बीमार Prayagraj News
खुझरी खाने के बाद 27 लोगों की हालत बिगड़ गई। सभी को सीएचसी कुंडा में भर्ती कराया गया है। वे दूध से बने पकवान को खाने से फूड प्वायजनिंग के शिकार हुए।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में फूड प्वायजनिंग से 27 लोग बीमार हो गए। हथिगवां थाना क्षेत्र के महरूपुर गांव में बीमार हुए लोगों में मासूम बच्चे भी शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
रिश्तेदार और घर के लोग हुए बीमार
महरूपुर गांव निवासी राजकुमार सरोज की भैंस ने रविवार की रात बच्चे को जन्म दिया। परिजनों ने उसका पहला दूध निकाला। सोमवार को सुबह और शाम का दूध इकट्ठा कर देर रात इकट्ठा कर लिया। करीब आठ लीटर पेवस दूध को पकाया गया। उसकी खुझरी (दूध का पकवान) तैयार किया गया। उसे ठंडा होने के लिए रात भर रख दिया गया था। मंगलवार की दोपहर जब आसपास के लोग व रिश्तेदार राजकुमार के घर पहुंचे तो वह खुझरी खाने के लिए सभी लोगों के बीच बांट दी गई।
उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई
खुझरी खाने के बाद लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई । देखते ही देखते दोपहर में करीब एक बजे खुझरी खाने वाले लोगों की हालत बिगड़ने लगी। इनमें राजकुमार 50, आकांक्षा 8 पुत्री अर्जुन, सत्यम 14 पुत्र राजकुमार, पीयूष 7 पुत्र राम सरोज, अमर 4 पुत्र रत्नेश, कविता 9 पुत्री रत्नेश, अंश 4 पुत्र अर्जुन, नीरज 15 पुत्र शंभू, नैंसी 13 पुत्री अर्जुन, शिवम 15 पुत्र राजकुमार, अंजू 30 पत्नी कुंजन रहे। वहीं रूबी 19 पुत्री शंभू सौम्या 12 पुत्री संतोष सचिन 12 पुत्र संतोष गोविंद हो नाइस पुत्र राजकुमार, कमला पत्नी राजकुमार की भी तबीयत खराब हो गई। इसी क्रम में अंजली 19 पुत्री अर्जुन, शिवम 12 पुत्र नोखेलाल, साहिल 10 पुत्र छोटेलाल, राज 10 पुत्र पियारे, अनुराग 9 पुत्र पियारे, कोमल 9 पुत्री छोटेलाल, सिमरन 7 पुत्री महेंद्र हर्षिता 2 पुत्री पवन, रिंका 30 पत्नी महेंद्र लक्ष्मी 32 पत्नी रत्नेश को भी इलाज के लिए सीएचसी कुंडा में भर्ती कराया गया।
हालत में हो रहा सुधार
दोपहर में एक के बाद एक लोग बीमार होने लगे तो अफरातफरी मच गई। बीमार लोगों को लेकर परिजन सीएचसी कुंडा पहुंचे। 27 लोगों के एक साथ अस्पताल पहुंचने पर अफरातफरी मच गई। डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारी भी एक साथ इतने मरीजों को देखकर सकते में पड गए। किसी तरह सभी का उपचार शुरू हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि इलाज के बाद धीरे-धीरे लोगों की हालत में सुधार हो रहा है।