नौ महीने बाद भी 103 अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं, 68,500 शिक्षक भर्ती के पुनर्मूल्यांकन में हुए थे उत्तीर्ण

68500 शिक्षक भर्ती के उन अभ्यर्थियों की सुधि नहीं ली जा रही जो पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण हुए। हाईकोर्ट ने चार सप्ताह में नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया लेकिन अब तक नौ माह बीत चुके हैं। अभ्यर्थी परिषद मुख्यालय से लेकर बेसिक शिक्षा के अफसरों का चक्कर काट रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 12:04 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 12:04 PM (IST)
नौ महीने बाद भी 103 अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं, 68,500 शिक्षक भर्ती के पुनर्मूल्यांकन में हुए थे उत्तीर्ण
18 सितंबर, 2020 को हाईकोर्ट के आदेश के बाद देख रहे हैं नियुक्ति की राह

प्रयागराज, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में रिक्त पद भरने के लिए तीसरे चरण की काउंसिलिंग कराने की तैयारी में है। वहीं, इसके पहले हुई 68,500 शिक्षक भर्ती के उन अभ्यर्थियों की सुधि नहीं ली जा रही, जो पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण हो चुके हैं। हाईकोर्ट ने चार सप्ताह में नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया था, लेकिन अब तक नौ माह बीत चुके हैं। अभ्यर्थी परिषद मुख्यालय से लेकर बेसिक शिक्षा के अफसरों का चक्कर काट रहे हैं।

शीर्ष कोर्ट तक गुहार लगाई गई अभ्यर्थियों ने

परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के लिए 2018 में 68,500 भर्ती की लिखित परीक्षा कराई गई थी। उस समय परीक्षा उत्तीर्ण करने व दोबारा मूल्यांकन में उत्तीर्ण होने वालों को नियुक्ति दी जा चुकी है, लेकिन पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण 103 उत्तीर्ण अभ्यर्थी अब तक राह देख रहे हैं। इस बाबत नरेंद्र कुमार चतुर्वेदी बनाम अन्य के संबंध में हाईकोर्ट से 18 सितंबर 2020 को आदेश हुआ। इसमें कहा गया था रिजल्ट देने के चार सप्ताह में नियुक्ति पत्र दिया जाना चाहिए। सरकार ने इसमें हलफनामा भी दिया था कि एक बार फिर से उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने के बाद परिणाम के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी। अभ्यर्थियों का दावा है कि इस मामले में और सुप्रीम कोर्ट राधा देवी की याचिका में आए निर्णय की रिव्यू याचिका भी खारिज कर चुका है।

हाईकोर्ट में लगातार दाखिल कर रहे अवमानना याचिकाएं

निराश अभ्यर्थी अब हाईकोर्ट में लगातार अवमानना याचिकाएं दाखिल कर रहे हैं। कोरोना महामारी के संक्रमण  की वजह से उनकी याचिकाओं पर सुनवाई भी नहीं हो पा रही है। इधर विभाग इन अभ्यर्थियों की अनदेखी करके 69,000 भर्ती के शेष पदों को भरने की तैयारी कर रहा है। इससे सभी परेशान हैं। उनका कहना है कि वे लगातार साथियों से जूनियर होते जा रहे हैं। अभ्यर्थी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नियुक्ति के लिए मुहिम भी चला रहे हैं।

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