इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में रैगिंग के आरोपित 10 छात्र हॉस्‍टल से निष्‍कासित Prayagraj News

चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि द्वितीय वर्ष के छात्र गौतम आनंद हॉस्टल के अंतवासी न होते हुए भी अवैध तरीके से वहां पहुंचे और रैगिंग में संलिप्त था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 07:44 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 07:44 PM (IST)
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में रैगिंग के आरोपित 10 छात्र हॉस्‍टल से निष्‍कासित  Prayagraj News
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में रैगिंग के आरोपित 10 छात्र हॉस्‍टल से निष्‍कासित Prayagraj News

 प्रयागराज,जेएनएन । इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शताब्दी हॉस्टल में रैगिंग के प्रकरण में 10 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही आरोपित छात्रों के किसी भी हॉस्टल में प्रवेश के लिए अपात्र घोषित करते हुए प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में लिया गया।

एंटी रैगिंग कमेटी  ने जांच में पाया आरोपित

दरअसल, एंटी रैगिंग पोर्टल पर 21 अक्टूबर को शताब्दी हॉस्टल के नवप्रवेशी छात्रों ने रैगिंग की शिकायत की थी। सूचना मिलने पर चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दुबे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों के साथ हॉस्टल पहुंचे थे। वहां उन्होंने छात्रों से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। मामला एंटी रैगिंग कमेटी के पास पहुंचा। 14 नवंबर को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में छात्रों पर आरोप तय हो गया।

शताब्‍दी हॉस्‍टल से निकाले गए आरोपित

इसके बाद चीफ प्रॉक्टर ने बीए एलएलबी द्वितीय वर्ष के छात्र अपूर्वराज, अभिषेक कुमार तिवारी और गौतम आनंद, तृतीय वर्ष के छात्र निर्भय सिंह, शिखर श्रीवास्तव, सुजीत कुमार अग्रहरि, अविनाश कुमार और चतुर्थ वर्ष के छात्र वैभव आनंद व पंचम वर्ष के छात्र गोपाल नाथ कर्ना, राहुल वर्मा को तत्काल प्रभाव से हॉस्टल से निष्कासित कर दिया।

 एक आरोपित छात्र के वर्तमान सेमेस्‍टर की परीक्षा में शामिल होने पर रोक

इसके अलावा हॉस्टल में प्रवेश के लिए अपात्र घोषित करते हुए प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि द्वितीय वर्ष के छात्र गौतम आनंद हॉस्टल के अंत:वासी न होते हुए भी अवैध तरीके से वहां पहुंचे और रैगिंग में संलिप्त पाए गए। ऐसे में उन्हें वर्तमान सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि इस प्रकार की प्रवृत्तियों में पुन: संलिप्त पाया गया तो कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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