अवसाद में युवक ने की खुदकुशी, नहीं करता था ज्यादा किसी से बात Aligarh News
इगलास कोतवाली क्षेत्र के गांव साथिनी में शुक्रवार की सुबह एक युवक ने खुदकुशी कर ली। युवक अवसाद में था। काफी दिनों से दूसरे लोगों से बात भी नहीं करता था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
अलीगढ़़, जागरण संवाददाता। इगलास कोतवाली क्षेत्र के गांव साथिनी में शुक्रवार की सुबह एक युवक ने खुदकुशी कर ली। युवक अवसाद में था। काफी दिनों से दूसरे लोगों से बात भी नहीं करता था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
यह हैै घटना क्रम
गांव साथिनी निवासी सत्यप्रकाश उर्फ कूका (28) पुत्र स्व. कुंदनलाल पाठक दो भाई हैं। बड़ा भाई देवेंद्र पाठक अपने परिवार के साथ मथुरा रहता था। गांव में फूूूूफा व उसकी मां अनीता रहते हैं। शुक्रवार की सुबह कमरे में साड़ी से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक ने खुदकुशी क्यों की है। इसकी सही जानकारी तो नहीं मालूम पड़ी है। चर्चा है युवक अवसाद में था और उसने यह कदम उठा लिया। बड़े भाई की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। कोतवाल रवेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
तनाव के चलते बढ़ रहे खुदकुशी के मामले
खुदकुशी का अर्थ है जानबूझ कर अपनी मृत्यु का कारण बनना। जिसके लिए अवसाद, मनोभाजन, शराब की लत या मादक दवाओं का सेवन जैसे मानसिक विकारों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। वर्तमान दौर में हर उम्र के लोग अवसाद की चपेट में आ रहे हैं। इगलास क्षेत्र में पांच दिन में चार ने खुदकुशी कर ली। ऐसा यहीं नहीं है पूरी दुनिया भर में खुदकुशी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। खुदकुशी का ग्राफ तब बढ़ रहा है जब हमने इसी 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की मानें तो हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति खुदकुशी कर रहा है। प्रत्येक वर्ष करीब आठ लाख से अधिक लोग अलग-अलग कारणों के चलते मौत को गले लगा लेते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज के समय में लोग किस हद तक मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं। लोगों को इस मानसिक तनाव से बचने की आवश्यकता है। अन्यथा अभी परिणाम और गंभीर होंगे।