काेरोना से मिलेगी मुक्ति तो अगले माह पानी में दिखेगा प्रतिभाओं का हुनर Aligarh News
कोरोना काल में स्कूल-कालेज से लेकर खेल के मैदान तक सब कुछ बंद कर दिया गया था। कोरोना काल से राहत मिलती दिखी तो अनलाक प्रक्रिया के तहत हर क्षेत्र में छूट देते हुए स्कूल-कालेज समेत स्पाेट्र्स स्टेडियम जिम व क्लब आदि सभी को खोला गया।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में स्कूल-कालेज से लेकर खेल के मैदान तक सब कुछ बंद कर दिया गया था। कोरोना काल से राहत मिलती दिखी तो अनलाक प्रक्रिया के तहत हर क्षेत्र में छूट देते हुए स्कूल-कालेज समेत स्पाेट्र्स स्टेडियम, जिम व क्लब आदि सभी को खोला गया। मगर एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने से वापस पाबंदियां लगने का दौर शुरू हो गया है। स्कूलों को बंद कर दिया गया है, शादी समारोहों में 100 व्यक्तियों के शामिल होने की बाध्यता कर दी गई है। तेजी से टीकाकरण का काम भी चल रहा है। इससे कोरोना संक्रमण के थमने की कुछ उम्मीद भी जगी है। अगर अगले महीने तक कोरोना संक्रमण पर काबू पा लिया गया तो जिले में पहली बार प्रतिभाओं का हुनर पानी में भी देखने को मिल सकता है। जिले में पहली बार ऐसा आयोजन कराया जाएगा।
पहली बार होगा आयोजन
नौ नवंबर 2020 को डिस्ट्रिक्ट स्विमिंग एसोसिएशन के नए अध्यक्ष के तौर पर अंजुम सगीर को नियुक्त किया गया था। तब उन्होंने घोषणा की थी कि मई 2021 मई 2021 में जिले में राज्यस्तरीय स्विमिंग प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा। इसका प्रस्ताव भ यूपी स्विमिंग एसोसिएशन के पास भेज दिया गया था। इस पर यूपी एसोसिएशन की ओर से मुहर भी लग गई थी। अब अगर अगले महीने तक कोरोना संक्रमण पर काबू पा लिया गया तो जिले में पहली बार राज्यस्तरीय स्विमिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया जा सकता है। इससे जिले में तैराकी की प्रतिभाओं का हुनर भी देखने को मिलेगा और जिले में तरणताल की मांग को भी मजबूती मिलेगी। अभी जिले व स्पोट्र्स स्टेडियम का कोई स्विमिंग पूल यानी तरणताल नहीं है। स्टेट चैंपियनशिप के लिए एएमयू के स्विमिंग पूल लेने की बात भी एसोसिएशन के पदाधिकारी कर रहे हैं।
एएमयू स्वीमिंग पुल के लिए वीसी से लेंगे अनुमति
यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के सह संयुक्त सचिव मजहर उल कमर ने बताया कि अगर कोरोना संक्रमण का पेंच नहीं रहा तो अगले महीने एएमयू के स्विमिंग पूल में स्टेट चैंपियनशिप कराई जा सकती है। इसके लिए एएमयू कुलपति से अनुमति ली जाएगी। कहा कि खेल व खिलाड़ी हित में कुलपति की ओर से हमेशा सहयोग किया गया है। इसके अलावा अगर जरूरत पड़ी तो निजी विद्यालयों में बने स्विमिंग पूल काे भी उपयोग में लिया जा सकता है। कहा कि स्कूलों की चारदीवारी में कैद होकर रह गई तैराकी की प्रतिभा इस अायोजन से निखर कर सामने आएगी।