योगी ने रचा इतिहास, 37 साल बाद AMU में पड़े सीएम के कदम, जानिए विस्‍तार से Aligarh News

अलीगढ़ तालीम के लिए दुनियाभर में अलग पहचान रखने वाले सर सैयद के चमन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवॢसटी का गुरुवार को इतिहास बदल गया। एएमयू कुलपति को हर तरह से सहयोग देने का वादा करने के 48 घंटे के अंदर ही सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ आए और सीधे एएमयू गए।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:50 AM (IST)
योगी ने रचा इतिहास, 37 साल बाद AMU में पड़े सीएम के कदम, जानिए विस्‍तार से Aligarh News
सर सैयद के चमन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवॢसटी का गुरुवार को इतिहास बदल गया।

अलीगढ़, जेएनएन। तालीम के लिए दुनियाभर में अलग पहचान रखने वाले सर सैयद के चमन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवॢसटी का गुरुवार को इतिहास बदल गया। एएमयू कुलपति को हर तरह से सहयोग देने का वादा करने के 48 घंटे के अंदर ही सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ आए और सीधे एएमयू गए। ये वह परिसर है,  जहां भगवा विरोधी स्वर सुने जाते रहे हैं। सीएम का दौरा कई मायने में महत्वपूर्ण है। नौ बार अलीगढ़ आ चुके योगी पहली बार एएमयू आए। किसी सीएम का भी एएमयू आना 37 साल बाद हुआ है। 1984 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी आए थे। उन्होंने एएमयू के पालिटेक्निक कालेज में कम्युनिटी पालिटेक्निक कार्यक्रम का शुभारंभ किया था।

भाजपा नेताओं का कई बार कैंपस में विरोध भी हुआ

हालांकि एएमयूू मेंं भाजपा का विरोध होता रहा है। मामूली बात पर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ मार्च निकाला जाता है। भाजपा नेताओं के बुलाने के नाम पर छात्र नेताओं से लेकर शिक्षकों का एक वर्ग भी विरोध में रहा है। भाजपा नेताओं का कई बार कैंपस में विरोध भी हुआ है। 16 जनवरी, 1999 को तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री डा. मुरली मनोहर जोशी को छात्रों ने कैंपस में घुसने नहीं दिया था। यहां वह रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होने आए थे। छात्रों के विरोध के चलते उन्हेंं अलीगढ़ से ही लौटना पड़ा था। मुजफ्फरनगर दंगों के बाद पैदा हुए हालात के बीच छात्र ने बिजनौर से भाजपा सांसद भारतेंद्रु का विरोध किया था। वह यूनिवॢसटी कोर्ट की बैठक में शामिल नहीं हो पाए थे। उनकी तलाश में छात्रों ने भाजपा सांसद सतीश कुमार गौतम, एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया की गाड़ी भी चेक की थीं, लेकिन पिछले एक साल से भाजपा व यूनिवर्सिटी के बीच की दूरियां कम हुई हैं। पिछले दिनों एएमयू के सौ साल पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने से एएमयू की सरकार से नजदीकी बढ़ी। अब सीएम योगी के एएमयू में आने से यह नजदीकी और बढऩे की संभावना है। सीएम ने एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में मेडिकल कालेज को आवश्यक आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति सहित हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम ने दिवंगत शिक्षकों के परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। कुलपति ने सीएम से आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की।

सब कुछ था सामान्य

गुरुवार को सबकुद सामानय था।  एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर भी भाजपा नेता व अधिकारियों के साथ मुंख्यमंत्री के स्वागत के लिए पहुंचे हुए थे। सीएम के काफिले ने जब कैंपस में प्रवेश किया तो रोड किनारे किसी तरह की बैरीकेडिंग भी नहीं थी। कैंपस में जब कोई वीआइपी आता है बैरीकेडिंग जरूर होती है।

पीडि़त स्वजन का जीता दिल

सीएम योगी ने जेएन मेडिकल कालेज के सभागार में कोरोना काल में जान गंवाने वाले शिक्षकों के प्रति शोक जताया है। पीड़ित परिवार के लोगों का भी उन्होंने दिल जीतने का प्रयास किया। संदेश भी दिया कि कोरोना से जंग के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है।

सीएम के दौरे को  राजनीति रूप से नहीं देखा जाना चाहिए। इसे मानवीय संवेदना के रूप में देखा जाना चाहिए। कुलपति ने सीएम के सामने कई मांग भी रखी हैं। उनका पालन होने पर मरीजों को ही लाभ मिलेगा। इससे करोना से लड़ाई में एएमयू की स्थिति भी मजबूत होगी।

-डा.राहत अबरार, पूर्व पीआरओ एएमयू

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