हाथरस में धनराशि नहीं मिलने से प्रभावित हो रहे सीमा विस्तार क्षेत्रों के कार्य, जानिए पूरा मामला

नगर पालिका का क्षेत्र अब सीमा विस्तार के बाद कई गुना हो गया है। उसके बाद भी राज्य वित्त आयोग से धनराशि पहले की तरह प्रति माह कम मिल रही। इससे नए क्षेत्रों में विकास कार्य कराने में पालिका को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:58 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:58 PM (IST)
हाथरस में धनराशि नहीं मिलने से प्रभावित हो रहे सीमा विस्तार क्षेत्रों के कार्य, जानिए पूरा मामला
नगर पालिका का क्षेत्र अब सीमा विस्तार के बाद कई गुना हो गया है।

हाथरस, संवाद सहयोगी। नगर पालिका का क्षेत्र अब सीमा विस्तार के बाद कई गुना हो गया है। उसके बाद भी राज्य वित्त आयोग से धनराशि पहले की तरह प्रति माह कम मिल रही। इससे नए क्षेत्रों में विकास कार्य कराने में पालिका को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। यह बातें नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा ने गुरुवार को लखनऊ में प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री महेश चंद से मुलाकात के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि सीमा विस्तार के बाद करीब 30 ग्राम सभा नगर पालिका में शामिल हो गई हैं। इससे पालिका क्षेत्र में पांच गुना और जनसंख्या में दो गुनी वृद्धि हो गई है। इन क्षेत्रों में सफाई, नाली, खरंजा, स्ट्रीट लाइट, सैनिटाइजेशन, फागिंग व अन्य विकास कार्य कराने में पालिका को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मेला श्री दाऊजी महाराज को राजकीय मेला घोषित कराने की मांग भी कई बार उठाई गई है। चेयरमैन ने बताया कि कई बार पत्र सरकार को लिखे जा चुके हैं। जिलाधिकारी द्वारा भी इसके लिए संस्तुति भेजी गई है। उन्होंने मेला को जल्द राजकीय मेला घोषित कराने का अनुरोध मंत्री से किया।

प्रतिमाह कम मिल रही धनराशि

नगर पालिका द्वारा शहर में चौराहों का सुंदरीकरण, घंटाघर, सड़कें, पेयजल संबंधी विकास कार्य धनाभाव के चलते रुके हुए हैं। चेयरमैन ने बताया कि वर्तमान में सरकार से धनराशि सीमाविस्तार से पूर्व की तरह मिल रही है। इससे कर्मचारियों का वेतन व पेंशन का भुगतान मुश्किल हो रहा है। लगातार शासन को पत्र द्वारा अवगत कराने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। मेला श्री दाऊजी महाराज को राजकीय मेला घोषित कराने की मांग भी कई बार उठाई गई है। चेयरमैन ने बताया कि कई बार पत्र सरकार को लिखे जा चुके हैं। जिलाधिकारी द्वारा भी इसके लिए संस्तुति भेजी गई है। उन्होंने मेला को जल्द राजकीय मेला घोषित कराने का अनुरोध मंत्री से किया। मंत्री ने उक्त समस्याओं का जल्द निराकरण कराने का आश्वासन चेयरमैन को दिया।

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