मृत सिस्टम के आगे पहले चीखी, फिर मर गई महिला
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एक तरफ सरकार घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए लोगों को अभिय
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एक तरफ सरकार घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए लोगों को अभियान चलाकर जागरूक व प्रोत्साहित कर रही है। वहीं दूसरी ओर रेलवे का सिस्टम इन सभी व्यवस्थाओं को चुनौती दे रहा है। बुधवार को भी एक महिला यात्री स्टेशन की व्यवस्थाओं से जिंदगी की जंग हार गई। 45 मिनट तक महिला इलाज के लिए तड़पती रही लेकिन जिम्मेदारों को 30 मिनट तो स्ट्रेचर उपलब्ध कराने में ही निकल गए। रक्त अधिक बहने से अतत: महिला ने मेडिकल कॉलेज में देर शाम दम तोड़ दिया। इससे सिस्टम पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। मौजूद लोगों की जुबां पर एक ही बात थी कि अगर सही समय पर मदद आती तो शायद जान बच जाती।
बुधवार दोपहर साढ़े बारह बजे अलीगढ़ के हरदुआगंज निवासी महिला यात्री राजदुलारी देवी पत्नी स्व. रामबाबू (58)अपनी बहू ममता के साथ टूंडला जाने को स्टेशन पहुंची थीं। वह इएमयू का इंतजार कर रही थीं लेकिन अचानक ट्रेन का प्लेटफार्म बदला। ट्रेन दो की जगह तीन पर आ गई। बताया गया कि महिला ट्रेन के आने से पूर्व लघुशंका के लिए प्लेटफार्म की साइड पर उतरी तभी नॉन स्टॉप गुजर रही गरीब रथ की चपेट में आ गईं। यात्रियों ने जीआरपी को सूचना दी लेकिन करीब 30 मिनट बाद आरपीएफ के उप निरीक्षक प्रदीप यादव पहुंचे। उसके बाद स्ट्रेचर पहुंचा। महिला को 108 एंबुलेंस की मदद से चिकित्सालय में भर्ती कराया। वहा से चिकित्सकों ने मेडिकल रेफर कर दिया लेकिन देर शाम मेडिकल कॉलेज में महिला ने दम तोड़ दिया। महिला यात्री का पुत्र योगेंद्र भी सूचना पर मेडिकल कॉलेज पहुंच गया।
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