पंचायत चुनाव 2021 : सुनेंगे सबकी, लेकिन करेंगे अपने मन की Aligarh News

चुनाव की डुगडुगी बजने के बाद से ही इगलास में गांव-गांव में सुबह से लेकर शाम तक बस चुनाव की ही चर्चा है। खेतीवाड़ी का काम लगभग खत्म सा हो गया है। इसलिए गांव के लोग और ज्यादा बेफिक्र होकर चुनावी चकल्लस में भाग ले रहे हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 08:39 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 08:39 AM (IST)
पंचायत चुनाव 2021 : सुनेंगे सबकी, लेकिन करेंगे अपने मन की Aligarh News
इगलास में गांव-गांव में सुबह से लेकर शाम तक बस चुनाव की ही चर्चा है।

अलीगढ़, योगेश कौशिक। चुनाव की डुगडुगी बजने के बाद से ही  इगलास  में गांव-गांव में सुबह से लेकर शाम तक बस चुनाव की ही चर्चा  है। खेतीवाड़ी का काम लगभग खत्म सा हो गया है। इसलिए गांव के लोग और ज्यादा बेफिक्र होकर चुनावी चकल्लस में भाग ले रहे हैं। आलम ये है कि जहां चार लोग जुटे वहीं चुनावी चर्चा शुरू हो जाती है। कोई किसी प्रत्याशी के जीतने का दावा करता है तो कोई नकामिया गिनाने बैठ जाता है। इगलास क्षेत्र में पंचायत चुनाव के चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा। अभी भले ही उम्मीदवारों ने नामांकन भी नहीं किया है, लेकिन माहौल पूरा चुनावी उत्सवी हो चला है। ब्लॉक क्षेत्र में चार जिला पंचायत सदस्य, 91 क्षेत्र पंचायत सदस्य, 67 प्रधान पद व 835 सदस्य पद की सीटों पर मतदाता इस बार अपनी समझ से मतदान करेंगे। उन्होंने मूड बना लिया है सुनेंगे सबकी लेकिन करेंगे मन की।

दोपहर के समय सजी चुनावी महफिल

ग्राम पंचायत हस्तपुर-चंदफरी में गुरुवार को दोपहर के समय चुनावी महफिल सजी हुई है। गांव की प्रधान की सीट इस बार बीसी महिला के लिए सुरक्षित है। यहां के मतदाताओं का उत्साह देखते ही बनता है। गांव में लगभग 34 सो मतदाता हैं। चौपाल में सिर्फ चुनावी चकल्लस हो रही है हर व्यक्ति अपनी पसंद और नापसंद को लेकर राय रख रहा है। सबकी जुबान पर एक ही बात है कि इस बार वोट सिर्फ उसी को देंगे जो विकास की बात करेगा, किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। जमील खां कहते हैं कि जनप्रतिनिधि जनता को जाति व धर्म के नाम पर बांटते है। यदि गांव का संपूर्ण विकास कराना है तो स्वच्छ छवि के प्रत्याशी को चुनना होगा। मुनेश शर्मा ने इनकी बात का समर्थन करते हुए कहा वोट जातिवाद के नाम पर नहीं विकास के नाम पर दे दिया जाएगा। रामदेव शर्मा ने कहा बिल्कुल सही बात है प्रत्याशी जीतने के बाद चेहरे देखकर विकास करते हैं, विकास समान रूप से होना चाहिए। इनकी बात काटते हुए सतीश सागर ने कहा नेता तो सब अपनी जेब भरते हैं हम ऐसे लोगों को वोट देने वाले नहीं है। लक्ष्मण सिंह को इस बात की दिक्कत है कि राजनीतिक पार्टियों ने लोकल चुनाव में भी अपने प्रत्याशी भेजना शुरू कर दिया है। वह कहते हैं हम तो सोच समझकर वोट देंगे। सुनील शर्मा का भी यही मत था कि वोट शिक्षित व ईमानदार व्यक्ति को ही जाएगा। दुर्गेश, लक्ष्मण, मोहित, ललित कुमार, जग्गो ने भी विकास के नाम पर वोट देने का समर्थन किया।

गांव की सरकार चलाने वाला मुखिया शिक्षित व योग्य होना चाहिए। प्रत्याशी शिक्षित व ईमानदार होगा तो गांव का विकास कराएगा। वोट उसे ही जो शिक्षा के साथ गांव का विकास करें और योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को दिलाए। 

रामजीलाल सुमन

प्रत्‍याशी वोट के समय  तो बहुत सारे वादे करते हैं लेकिन बाद में भूल जाते हैं। हमें अपने गांव की सरकार चलाने वाले व्यक्ति का चुनाव बहुत ही सोच समझ कर करना चाहिए। प्रत्याशी ईमानदार व शिक्षित होना चाहिए। 

सद्दीक खा

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