अलीगढ़ के जवां में दो बकरियों को खा गया कौनसा जानवर, भयभीत लोगों को तेंदुए की आशंका
जवां हालांकि क्षेत्र में करीब एक माह से तेंदुए की कोई प्रक्रिया सामने नहीं आई है लेकिन बुधवार की रात को किसी अज्ञात जानवर द्वारा कस्बे के ही दो युवक रिंकू पुत्र लालाराम अहेरिया व मोहनलाल पुत्र नन्नू सिंह की दो बकरियां खा लेने से लोगों में भय है।
अलीगढ़, जेएनएन। जवां हालांकि क्षेत्र में करीब एक माह से तेंदुए की कोई प्रक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन बुधवार की रात को किसी अज्ञात जानवर द्वारा कस्बे के ही दो युवक रिंकू पुत्र लालाराम अहेरिया व मोहनलाल पुत्र नन्नू सिंह की दो बकरियां खा लेने से लोगों में भय है।
दोनों बकरियां मरी हुई मिली
लोगों का मानना है कि यह बकरियां कहीं तेंदुए का ग्रास तो नहीं बन गई। स्थानीय कस्बा निवासी रिंकू पुत्र लालाराम व मोहनलाल पुत्र नन्नू सिंह रात को अपनी बकरियां घेर में बांधकर अपने घर सोने के लिए चले गए थे। सुबह जब वह पशुओं को चारा डालने घर पर पहुंचे तो देखा कि रिंकू की एक बकरी को किसी जानवर ने आधे से भी ज्यादा खा लिया था केवल उसका अस्थि पंजर शेष रह गया था, जबकि मोहनलाल की एक बकरी को भी जानवर ने आंशिक रूप से खा लिया था, दोनों बकरियां मरी हुई मिली। इस पर मोहल्ले वालों के सहयोग से दोनों युवकों ने उन बकरियों को तो बंबा में बहा दिया। लेकिन लोगों को अभी भय सता रहा है कहीं यह खाई गई बकरियां तेंदुए का ग्रास तो नहीं बन गई। इससे लोगों में अभी भी भय बना हुआ है। लोगों का मानना है कि अगर तेंदुए के द्वारा बकरियां खाई गई होंगी तो वह एक बार फिर से वहां अपने शिकार की तलाश में आएगा। इसके लिए लोगों ने रात में जागकर पहरा देने की नियत बनाई है। इस विषय में जब मंडलीय वन अधिकारी अदिति शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह घटनास्थल पर वन विभाग की टीम भेज रही हैं,जो घटना स्थल व उसके आसपास खेतों में पंजों के निशान देखकर पता लगाएंगे की बकरियों का शिकार करने वाला तेंदुआ ही है या कोई अन्य जानवर।