प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता 'एहसान कहां है, बताए पुलिस

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के वरिष्ठ नेता एहसान खान की गिरफ्तारी की आशंका उसके वकील इफ्तेखार हुसैन ने जताई है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 08:42 AM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 04:29 PM (IST)
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता 'एहसान कहां है, बताए पुलिस
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता 'एहसान कहां है, बताए पुलिस

अलीगढ़ (जेएनएन)।  प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के वरिष्ठ नेता एहसान खान की गिरफ्तारी की आशंका उसके वकील इफ्तेखार हुसैन ने जताई है। विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा है कि एहसान हरदुआगंज के फर्जी एनकाउंटर का मुद्दा उठा रहे थे। एनकाउंटर टीम के विरुद्ध मुकदमा और मारे गए सभी आठ मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी। इसके लिए गुरुवार को अलीगढ़ कलक्ट्रेट पर धरना भी प्रस्तावित था। इससे पहले अलीगढ़ पुलिस ने उन पर दो मुकदमे दर्ज करा दिए। गिरफ्तारी वारंट जारी कराकर पुलिस आजमगढ़, लखनऊ में दबिश दे रही है। एहसान का मोबाइल बंद है। प्रदेश सरकार और पुलिस बताए कि वह कहां हैं। कोई अनहोनी होती है तो पुलिस जिम्मेदार होगी। फर्जी मुकदमों के खिलाफ वे हाईकोर्ट जाएंगे। एसपी देहात मणिलाल पाटीदार ने बताया कि एहसान खान को गिरफ्तार नहीं किया गया है। छानबीन चल रही है।

एहसान की तलाश में लखनऊ दबिश

मुस्तकीम, नौशाद के एनकाउंटर का विरोध कर फंसे शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के वरिष्ठ नेता एहसान खान की तलाश में हरदुआगंज पुलिस लखनऊ पहुंच गई। थाना प्रभारी डॉ. विनोद सिंह ने बताया कि बुढ़ासी चौकी प्रभारी अवधेश यादव ने टीम के साथ एहसान की तलाश में आजमगढ़ से लखनऊ भेजा गया है। एहसान खान ने 13 दिसंबर को कलक्ट्रेट पर धरने का एलान किया था, मगर वह नहीं आया। पुलिस चौकस रही।

कासगंज जेल से असगर और  पासा को रिमांड पर लेगी पुलिस

एटा जेल में बनी अलीगढ़ के साधुओं की हत्याओं के साजिश में शामिल रहे हापुड़ व बदायूं के पासा व असगर को हरदुआगंज पुलिस कासगंज जेल से रिमांड पर लाकर पूछताछ करेगी। साजिश में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिलने के बाद पुलिस ने दोनों को 120 बी का मुजरिम माना है।

हरदुआगंज इंस्पेक्टर डॉ. विनोद सिंह ने बताया कि पासा उर्फ मुशर्रफ पुत्र अलीउद्दीन निवासी नई बस्ती कस्बा उझानी बदायूं व असगर पुत्र बाबू फकीर चामड़ फैक्ट्री के पीछे हापुड़ कासगंज हत्या के मुकदमे में एटा जेल में बंद थे। यहीं इनकी मुलाकात एटा के शहर मुफ्ती की हत्या में बंद साबिर उर्फ प्रताप सिंह, अफसर आदि से हुई थी। साबिर ने दोनों के साथ मिलकर साधुओं की हत्या कर अपने मुकदमे में पैरोकारों को फंसाने की योजना बनाई थी। इसकी जानकारी पुलिस को मुस्तकीम व नौशाद एनकाउंटर के बाद उनके मूल पते की तलाश के दौरान एटा से हुई थी। उसी दौरान दोनों को कासगंज जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। दोनों को वारंट पर अलीगढ़ लाकर बयान दर्ज कराए जाएंगे।

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