धूप निकली तो दिखी राह, पानी में बहे अरमानों को समेटने में जुटे किसान Aligarh news
इगलास क्षेत्र में सोमवार को हुई आफत की इस बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेरने का काम किया है। बारिश से खेतों में कटी व पकी खड़ी धान की फसल में नुकसान बताया जा रहा है। वहीं आलू फसल की अब बुवाई देर से शुरु हो सकेगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । इगलास क्षेत्र में सोमवार को हुई आफत की इस बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेरने का काम किया है। बारिश से खेतों में कटी व पकी खड़ी धान की फसल में नुकसान बताया जा रहा है। वहीं आलू फसल की अब बुवाई देर से शुरु हो सकेगी।
धूप निकलने के बाद फसल बचाने में जुटे किसान
क्षेत्र में मौसम साफ हुआ और धूप खिली तो इस दौरान किसानों ने खेतों पर पहुंच कर बारिश के पानी को निकालने का कार्य किया। इसके साथ ही किसान खेतों में कटी पड़ी धान की फसल को एकत्रित करते दिखे। किसान इस उम्मीद के साथ खेतों में जुट गए हैं कि यदि कुछ फसल बच गई तो उसका कुछ तो लाभ मिल जाएगा। बारिश ने किसानों के फसल के उत्पादन के गणित को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है। खेत से पानी नहीं सूखा तो फसल पूरी तरह सड़ जाएगी। आलू की अगेती फसल में भी किसान को नुकसान हुआ है। जिन किसानों ने फसल की बुवाई कर दी थी उन्हें पुन: बुवाई करनी पडेगी। जो लगात लगाई थी वह बेकार चली गई। अब आलू की बुवाई भी देर से प्रारंभ होगी। किसानों ने सरकार से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
प्रशासन ने किया नुकसान का सर्वे
बारिश से फसलों में हुए नुकसान का सर्वे करने के लिए डीएम सेल्वा कुमारी जे. के निर्देश पर एसडीएम अनिल कुमार कटियार ने क्षेत्र के गांव जारौठ, उदयपुरा, हस्तपुर, चंदफरी, नगला मिश्रीया, गोंडा, पीपली, नगला जगदेव, कोड़ा, धारा की गढ़ी में फसल नुकसान का जायज़ा लिया। उन्होंने प्रभावित किसानों से बात की। एसडीएम ने बताया कि धान की कटी फसल में पानी भरने से ज्यादा नुकसान हुआ है। जो फसल खड़ी हुई है उसमें नुकसान की संभावना कम हैं। लेखपाल खेतों पर जाकर सर्वे कर रहे है। सर्वे पूरा करने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।